मानसून की बारिश ने मचाई तबाही, मणिकरण घाटी में फटे बादल, 6 लापता

अखंड समाचार, हिमाचल (ब्यूरो) : मानसून की बारिश अब तबाही मचाने लग गई है। कल रात कुल्लू, शिमला और किन्नौर जिलों में भारी बारिश हुई। कुल्लू के चोज गांव में आज सुबह छह बजकर पांच मिनट पर बादल फटने से चार से छह लोगों के लापता होने की खबर है। घटना में पांच घरेलू गायों और उनके बछड़ों की भी मौत हो गई। चोज गांव में कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है। होमगार्ड, फायर ब्रिगेड और पुलिस प्रशासन राहत और बचाव कार्य में लगा हुआ है।

पार्वती नदी का जलस्तर उफान पर है। बगीचों और खेतों को भी नुकसान हुआ है। शिमला-किन्नौर नेशनल हाइवे झाखड़ी के समीप भूस्खलन होने से ठप हो गया है। राजधानी शिमला के ढली में आज सुबह एक गाड़ी पर पत्थर गिरने के कारण 14 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई है। वहीं दो अन्य घायल हुए हैं।

कुल्लू के मलाणा गांव सुबह साढ़े सात बजे भारी बारिश से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। मलाणा प्रोजेक्ट और भूतार तहसील भवन में 25 से 30 लोग फंस गए थे. बाद में बचाव और राहत टीमों ने उन्हें बचा लिया। कुल्लू जिले के भुंतर मार्ग पर भूस्खलन से मणिकरण घाटी के चोज नाला में बाढ़ आ गई। भू-स्खलन के कारण भुंतर-मणिकरण मार्ग पर कसोल के पास सड़क को बंद कर दिया गया है।

साथ ही बाढ़ से चार लोग लापता हैं। इस घटना में 3 घर, 1 गेस्ट हाउस, 3 कैंपिंग साइट, 1 गौशाला समेत 4 घर बह गए। लापता लोगों में सुंदरनगर का रोहित, राजस्थान के पुष्कर का कपिल, धर्मशाला का राहुल चौधरी और बंजार का अर्जुन शामिल है।

हिमाचल के ज्यादातर हिस्सों में कल रात से ही भारी बारिश हो रही है। इसके कारण कहीं-कहीं भूस्खलन हो रहा है। इसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग -3, कुल्लू-मनाली, NH-5 रामपुर में शिमला-किन्नौर को जोड़ता है और चौपाल सहित राज्य भर में 160 से अधिक सड़कें हैं। राज्य भर में 90 से अधिक बिजली ट्रांसफार्मर भी बंद किए जा रहे हैं।

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