अखंड समाचार,शिमला (ब्यूरो) : हिमाचल प्रदेश में मानसून अब चंद दिनों का मेहमान हैं, लेकिन जाता मानसून हिमाचल प्रदेश के फिर से जख्म दे सकता हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आने वाले चार दिनों में प्रदेश में भारी बारिश की आशंका जताई हैं। सात जिलों में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया हैं। अगले 96 घंटे तक बारिश होने का पूर्वानुमान है। प्रदेश में बीते दो सप्ताह से मानसून की रफ्तार बेहद धीमी पड़ी हुई है। इस दौरान कुछ इलाकों में ही हल्की बारिश हुई। ज्यादातर क्षेत्रों में सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार सितंबर महीने में सामान्य से 74 फीसदी कम बारिश हुई। सितंबर में 120.6 एमएम की तुलना मात्र 31.6 एमएम बारिश हुई। ऊना, मंडी, कांगड़ा और बिलासपुर में जरूर हल्की बारिश हुई है।
सामान्य से ज्यादा बारिश
बरसात के मौसम के चलते 29 जून से 13 सितंबर तक कई जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। शिमला में सामान्य से 28 प्रतिशत ज्यादा, कुल्लू में 27 फीसदी, बिलासपुर में 12, मंडी में दस प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। वहीं, लाहुल-स्पीति में सामान्य से 67 फीसदी कम, किन्नौर में 35, चंबा में 13, हमीरपुर में दो , कांगड़ा में चार, सिरमौर में 31 और ऊना में 26 फीसदी कम बारिश हुई है।
340 मौतें-1993 करोड़ बहे
हिमाचल प्रदेश में फिलहाल नुकसान का दौर जारी हैं। प्रदेश में मानसून के कारण अब तक कुल 340 लोगों की जान जा चुकी हैं। 651 लोग घायल हुए हैं। वहीं, अब तक बारिश से 1993 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ हैं। सबसे ज्यादा नुकसान पीडब्ल्यूडी को 980 करोड़, जलशक्ति विभाग को 841 करोड़, बिजली बोर्ड को 22 करोड़, ग्रामीण विकास विभाग को 16 करोड व शहरी विकास विभाग को 21 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ हैं।