कुछ दिनों से चल रहे थे बीमार, मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में ली अंतिम सांस
अखंड समाचार, पंजाब (ब्यूरो) : पंजाब की राजनीति को आज बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा, जब राजनीति के स्तंभ कहे जाने वाले प्रकाश सिंह बादल का निधन हो गया। मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली। आपको बतां दे प्रकाश सिंह बादल पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। जिसके चलते आज उनका देहांत हो गया।
पंजाब के भूतपूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का जन्म 8 दिसम्बर 1927 को पंजाब के छोटे से गांव अबुल खुराना के जाट सिख परिवार में हुआ था। यह पंजाब के पहले मुख्यमंत्री हैं जो चौथी बार इस पद पर काबिज हुए। प्रकाश सिंह बादल की पत्नी सुरिंदर कौर का देहांत हो चुका है। इनका एक बेटा और एक बेटी हैं। प्रकाश सिंह बादल के बेटे सुखबीर सिंह बादल पंजाब के जलालाबाद निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं तथा पंजाब के उप-मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वर्ष 1947 में प्रकाश सिंह बादल ने राजनीति के क्षेत्र में प्रदार्पण किया था। लेकिन उन्होंने अपना पहला विधानसभा चुनाव वर्ष 1957 में जीता था। 1969 में वह दोबारा विधानसभा चुनाव में जीत गए। प्रकाश सिंह बादल 1970–71, 1977–80, 1997–2002 में पंजाब के मुख्यमंत्री और 1972, 1980 और 2002 में नेता विपक्ष रह चुके हैं। मोरारजी देसाई के शासन काल में वह सांसद भी बने। उन्हें केन्द्रीय मंत्री के तौर पर कृषि और सिंचाई मंत्रालय का उत्तरदायित्व सौंपा गया। वर्तमान में प्रकाश सिंह बादल पंजाब के तीसवें मुख्यमंत्री हैं। इनका कार्यकाल 1 मार्च 2007 से 2017 तक रहा है, इसके अलावा प्रकाश सिंह बादल पंजाब के प्रतिष्ठित सिख धर्म पर आधारित राजनैतिक दल शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष भी थे । प्रकाश सिंह बादल पंजाब, पंजाबियत और पंजाबियों की रक्षा और उनके हितों के लिए आवाज उठाने के चलते अपने जीवन के लगभग सत्रह वर्ष जेल में बिता चुके थे l