अखंड समाचार, नई दिल्ली (ब्यूरो) :
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने कहा है कि भारतीय सशस्त्र बल एलओसी (नियंत्रण रेखा) पर प्रतिबद्ध हैं। सीमा पर हालात न बिगड़े, इसके लिए सेना लगातार अडिग खड़ी है। सीडीएस ने कहा कि एलएसी और एलओसी दोनो सीमाओं पर हम पड़ोसी देशों की सेनाओं पर कड़ी नजर रख रहे हैं। उत्तरी सीमा पर चीनी सेना की संख्या जितनी 2020 में थी, उतनी ही अभी है। हालांकि हमे अपने दावे की वैधता को बनाए रखना होगा। सीडीएस ने कहा कि यूक्रेन-रूस युद्ध, भारतीय सीमा पर पीएलए और पाक सेनाओं की ताकत में निरंतर बदलाव, पड़ोसी देशों में राजनीतिक और आर्थिक उथल-पुथल – ये सभी मुद्दे भारतीय सेना के लिए नई तरह की चुनौती पेश कर रहे हैं।
सीडीएस चौहान ने कहा कि हम ऐसे समय में रह रहे हैं, जब वैश्विक सुरक्षा की स्थिति सबसे अच्छी नहीं है और अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक व्यवस्था अस्थिर स्थिति में है.. हम सैन्य मामलों में एक नई क्रांति भी देख रहे हैं, जो ज्यादातर तकनीक से प्रेरित है। सीडीएस अनिल चौहान ने उत्तरी सीमा पर पीएलए की तैनाती को लेकर बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि चीनी सेना ने अपनी संख्या में इजाफा नहीं किया है। जितनी 2020 में थी, उतनी ही है। हालांकि हमें अपने दावे की वैधता को बनाए रखना होगा। सीमा विवाद अलग मुद्दा है लेकिन, जिन पर हमारा दावा है, वहां यथास्थिति बनाए रखनी जरूरी है।
बड़े परिवर्तन की ओर सेना
सीडीएस ने कहा कि भारत की सशस्त्र सेनाएं भी बड़े परिवर्तन की राह पर हैं, संयुक्तता, एकीकरण और थिएटराइज्ड कमांडिंग की तरफ सेना लगातार आगे बढ़ रही है। परेड के दौरान, चौहान ने कैडेट्स को भी बधाई दी। कैडेट्स से कहा कि मुझे खुशी है कि आपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए समान जिम्मेदारियों को कंधे से कंधा मिलाकर चुना है।