एजेंसियां- कोलकाता :
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए 19 जिलों के 698तततत् मतदान केंद्रों पर सोमवार को हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोडक़र पुनर्मतदान शांतिपूर्ण रहा। पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग के अनुसार दोपहर एक बजे तक औसतन 30.54 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। मतगणना मंगलवार को सुबह 08 बजे से शुरू होगी। नादिया जिले में ग्रामीणों ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर सुबह मतदान करने से रोके जाने के बाद विरोध प्रदर्शन करते हुए सडक़ें अवरुद्ध कर दीं। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने तृणमूल कांग्रेस के एक युवा नेता की जमकर पिटाई की और उनकी मोटरसाइकिल में तोडफ़ोड़ की। बाद में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। सुबह मतदान की शुरुआत में ही तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता मोइदुल शेख के मौत की खबर आई। वह मुर्शिदाबाद का रहने वाला था। कोलकाता के एनआरएस अस्पताल में उसने दम तोड़ा। शनिवार को मतदान वाले दिन बम के हमले में वह घायल हुआ था। इसके अलावा नदिया जिले में मतदान केंद्र की लाइन में एक अधेड़ शख्स की गर्मी की वजह से मौत हो गई। कूचबिहार के दिनहाटा में आपराधिक तत्तव मतदान को बाधित करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्हें चारों तरफ से घेरकर बीएसएफ जवानों ने पकड़ लिया और लाठीचार्ज कर भगाया। नादिया के नकाशीपारा में एक सीपीआई (एम) कार्यकर्ता अपनी पार्टी और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के दौरान गोली लगने से घायल हो गया। उनका इलाज कोलकाता के एक स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। इसी तरह कूचबिहार जिले के दिनहाटा में भी तृणमूल कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हुई। कुछ देसी बम फेंके गए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के लोकसभा सदस्य सुकांत मजूमदार जैसे ही दक्षिण दिनाजपुर जिले के गंगारामपुर पहुंचे, उन्हें तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। मजूमदार करीब 40 मिनट तक वहां फंसे रहे और बाद में पुलिस ने उन्हें सुरक्षित निकाला। पूर्व बर्दवान, दक्षिण 24 परगना से छिटपुट हिंसा की खबरें आईं। हालाकि, अब तक आ रही हिंसा की रिपोर्ट शनिवार को मतदान के दिन की तुलना में नगण्य थी।
उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना
कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुवेंदु अधिकारी ने सोमवार को कहा कि प्रदेश चुनाव आयोग की ओर से सिर्फ 696 बूथों पर मतदान कराने के फैसला पूरी तरह से शर्मनाक तथा कोलकाता उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना है। श्री अधिकारी ने ट््वीट कर कहा कि प्रदेश चुनाव आयोग राज्यभर में सिर्फ 698 बूथों पर मतदान करा रहा है। यह पूरी तरह से शर्मनाक तथा कोलकाता उच्च न्यायालय के फैसले के आदेश की अवमानना है। उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है कि आठ जुलाई 2023 को पंचायत चुनाव के दौरान क्या हुआ। राज्य में बड़े पैमान पर ङ्क्षहसा हुई, जिसके कारण 20 लोगों की मौत हुई, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए। तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने हजारों बूथों पर कब्जा किया। यहां तक कि मतदान केंद्रों पर बमबारी और आग लगा दी गई।
हिंसा का बड़ा प्लान फेल, 35 बम बरामद
कोलकाता । पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान जमकर हिंसा हुई। इसके साथ ही हिंसा में कई लोगों की मौत भी हुई, जिसके बाद राज्य चुनाव आयोग ने 698 बूथों पर पुनर्मतदान का ऐलान किया था, लेकिन असामाजिक तत्त्वों ने सोमवार को भी हिंसा का पूरा प्लान बना रखा था। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों ने उनके तमाम प्लानों पर पानी फेर दिया। इसी क्रम में सुरक्षा बलों को मुर्शिदाबाद के बेलडांगा इलाके में एक तालाब और एक खेत से देशी बम होने की सूचना मिली, जिसके बाद वहां तुरंत बम निरोधक दस्ते को भेजा गया। इस खेत और तालाब से बम निरोधक दस्ते ने 35 देशी बम बरामद किए गए। टीम ने इन्हें वहीं निष्क्रिय कर दिया। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि इन बमों को यहां कौन लाया था।