राम मंदिर पर डाक टिकट; पीएम नरेंद्र मोदी ने किए जारी, हनुमान-जटायु और शबरी पर भी पोस्टेज स्टैंप

राम जन्मभूमि की स्मृति में पीएम ने किए जारी, हनुमान-जटायु और शबरी पर भी पोस्टेज स्टैंप

एजेंसियां — अयोध्या :
अयोध्या में तैयार हो चुके राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर पूरे देश में हर्षोल्लास का माहौल है। इस कार्यक्रम को खास बनाने की तैयारी की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर स्मारक डाक टिकट और दुनिया भर में भगवान राम पर जारी टिकटों की एक पुस्तक जारी की। पीएम मोदी ने कुल छह टिकट जारी की, जिसमें राम मंदिर, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, जटायु, केवटराज और मां शबरी के टिकट शामिल हैं। टिकटों पर राम मंदिर, चौपाई ‘मंगल भवन अमंगल हारी’, सूर्य, सरयू नदी और मंदिर में और उसके आसपास की मूर्तियों की आकृति बनाई गई है। स्टांप पुस्तक विभिन्न समाजों पर श्री राम की अंतरराष्ट्रीय अपील को प्रदर्शित करने का एक प्रयास है। 48 पन्नों की इस पुस्तक में अमरीका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, कंबोडिया और संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठनों सहित 20 से अधिक देशों द्वारा जारी किए गए डाक टिकट शामिल हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ‘ये पोस्टल स्टैंप विचारों, इतिहास और ऐतिहासिक अवसरों को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम भी होते हैं, जब कोई डाक टिकट जारी होता है, जब इसे कोई भेजता है, तो वह सिर्फ पत्र नहीं भेजता, बल्कि पत्र के माध्यम से इतिहास के अंश को दूसरे तक पहुंचा देता है। ये सिर्फ कागज का टुकड़ा नहीं है। ये इतिहास की किताबों के रूपों और ऐतिहासिक क्षणों का छोटा रूप भी होता है। इनसे युवा पीढ़ी को भी बहुत कुछ जानने और सीखने को मिलता है। इन टिकट में राम मंदिर का भव्य चित्र है। इस दौरान पीएम मोदी ने वीडियो संदेश भी जारी किया। पीएम मोदी ने कहा कि डाक टिकट बड़ी-बड़ी सोच का एक छोटा बैंक होता है। डाक विभाग को संतों का मार्गदर्शन मिला।

महर्षि वाल्मीकि और तुलसीदास की चौपाइयों का उल्लेख

पीएम ने कहा कि राम भारत के बाहर भी महान आदर्श के रूप में पूजे जाते हैं। अनेक राष्ट्रों ने उनके चरित्र की सराहना की है। इस एल्बम में सभी जानकारियों के साथ राम-सीता के जीवन कथाओं का संकलन आने वाली पीढिय़ों को भी प्रेरित करेगी। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान महर्षि वाल्मीकि और तुलसीदास की चौपाइयों का भी उल्लेख किया। बकौल प्रधानमंत्री मोदी, खुद रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि ने कहा है कि इस धरती पर जब तक नदियों और पर्वतों का अस्तित्व है राम का जिक्र होता रहेगा।

बुजुर्गों-दिव्यांगों को ई-कार्ट से दर्शन कराएगी योगी सरकार

बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाओं को योगी सरकार ई-कार्ट से रामलला के दर्शन कराएगी। अयोध्या में श्रद्धालुओं की मदद के लिए ई-कार्ट चलाए जाने की योजना बन रही है। ये सर्विस कारपोरेट हाउसेस के सीएसआर फंड से चलाई जाएगी। पहले चरण में 650 ई-कार्ट वाहन चलाए जाएंगे। यह पहल अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से की जा रही है। श्रद्धालुओं को जल्द ही यह सुविधा मिलेगी। इस सर्विस के शुरू होने से राम पथ पर जाम से मुक्ति मिलेगी।

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने राम मंदिर कार्यक्रम से पहले की खास पहल

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में चार दिन शेष रहने के बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को मौसम संबंधी जानकारी प्रदान करने के लिए एक समर्पित वेबपेज की शुरुआत की। अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ और नई दिल्ली सहित अन्य महत्त्वपूर्ण स्थानों के लिए मौसम की जानकारी वेबपेज पर उपलब्ध होगी। सात दिनों का पूर्वानुमान और सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय वाला मौसम बुलेटिन भी हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध होगा। अयोध्या के राम मंदिर में राम लला की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगा।

भीमराव आंबेडकर के पोते का प्राण प्रतिष्ठा में जाने से इनकार

विपक्ष के कई नेताओं की तरह वंचित बहुजन अघाड़ी के नेता प्रकाश आंबेडकर ने भी अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में जाने से इनकार किया है। उन्होंने राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के न्योते को खारिज करते हुए इसे चुनावी फायदे के लिए किया जा रहा आयोजन बता दिया है। उन्होंने ट्रस्ट के सचिव चंपत राय के नाम लिखे पत्र में कहा कि इस समारोह में मैं शामिल नहीं होऊंगा। मेरे शामिल न होने का कारण यह है कि भाजपा और आरएसएस ने इसे हथिया लिया है। एक धार्मिक समारोह चुनावी फायदे के लिए राजनीतिक अभियान बन चुका है। उन्होंने अपने दादा बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की बात का जिक्र करते हुए कहा है कि उन्होंने पहले ही चेताया था कि यदि किसी धर्म और पंथ को देश से ऊपर रखा गया तो हम आजादी खो देंगे।

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