एजेंसियां — पटना
जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर (पीके) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसा है। प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश जी पलटूराम हैं ये तो बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है, लेकिन अभी कुछ दिन पहले जो हुआ उससे ये भी पता चला कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह भी उतने ही बड़े पलटूराम हैं। बिहार में आज से कुछ महीने पहले अमित शाह ने एक रैली में लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि बिहार का एक-एक आदमी कान खोल कर सुन लें, नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं, लेकिन मौजूदा समय में मजाक क्या हो रहा है? मजाक यह हो रहा है कि अमित शाह ने दरवाजा तो ठीक से बंद किया था, पर कुंडी लगाना भूल गए थे।
राहुल और गांधी परिवार से बाहर भी सोचे कांग्रेस
एजेंसियां — जयपुर
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में हिस्सा लेने आईं देश के पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि कांग्रेस को राहुल गांधी और गांधी परिवार से बाहर भी सोचना चाहिए। राहुल गांधी की आलोचना कांग्रेस की आलोचना नहीं है। मेरी किताब में इंदिरा गांधी, मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी से मेरे पिता के अच्छे संबंधों का जिक्र है। क्या वे सब कांग्रेस के नहीं हैं? शर्मिष्ठा मुखर्जी ने लिटरेचर फेस्टिवल में पिता पर लिखी किताब के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि प्रणब मुखर्जी, इंदिरा गांधी के अंधभक्त थे। वह इंदिरा गांधी से पूछकर कपड़े पहनते थे। साथ ही उन्होंने बताया कि वह अपने जीवन के आखिरी दिनों में कांग्रेस के हालात से परेशान थे। मैं भी कांग्रेसी हूं और मौजूदा हालातों से मुझे भी परेशानी है। यह सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि हर कांग्रेसी नेता के मन के हालात हैं। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि मेरे बीजेपी में जाने की बात कोरी अफवाह है। मैंने राजनीति से संन्यास ले लिया है। मेरा किसी भी राजनीतिक दल का हिस्सा बनने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन मैं कांग्रेस की हार्डकोर समर्थक हूं।