लखनऊ : UP सरकार द्वारा वृक्षारोपण का वृहद अभियान चलाकर एक सप्ताह में 30 करोड़ वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया है। पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रदेश को हरा-भरा रखने हेतु हम सभी वृक्षारोपण महाभियान का हिस्सा बनें।
‘वन महोत्सव कार्यक्रम’ हमारे लिए केवल एक वृक्ष लगाने तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रकृति व पर्यावरण के प्रति हम सभी के दायित्व को बताने वाला एक अवसर भी है।
उत्तर प्रदेश में 100 वर्ष से ज्यादा उम्र के वृक्षों को ‘हेरीटेज वृक्ष’ के रूप में संरक्षित करने के पुण्य अभियान के साथ जुड़ें।
हमने 4 जुलाई 2021 को 25 करोड़ वृक्ष एक ही दिन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, तथा इस पूरे महोत्सव के दौरान हम वृक्षारोपण के लक्ष्य को 30 करोड़ तक पहुंचाएंगे।
सभी से अपील है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए वृक्षारोपण के इस महाअभियान से अवश्य जुड़ें।
प्रकृति व पर्यावरण में समन्वय और संतुलन कितना महत्वपूर्ण है इसका अनुमान हमें कोरोना महामारी के दौरान हो गया है।
प्रकृति और पर्यावरण के सानिध्य में हम सब जितना अधिक रहते हैं, विभिन्न प्रकार के रोगों से लड़ने की उतनी बड़ी क्षमता हमारे पास रहती है।
जिन गांवों में कोरोना के कारण लोगों ने अपनों को खोया है उनकी स्मृति में एक स्मृति वाटिका लगवाने का कार्य किया जाएगा।
स्मृति वाटिका के रूप में ग्राम पंचायत स्तर पर Government of UP 30 करोड़ पौधे निःशुल्क उपलब्ध कराने के लक्ष्य के साथ सभी प्रदेशवासियों को इस महाभियान के साथ जोड़ना चाहती है।
भारतीय परंपरा में पीपल के वृक्ष को अत्यंत पवित्र माना गया है। पीपल, भगवान विष्णु का प्रतिनिधित्व करता है तो महात्मा बुद्ध को इसी वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था।
आज वन महोत्सव सप्ताह के कार्यक्रम का शुभारंभ भी पीपल के पौधे के रोपन के साथ हुआ है।