पंजाब प्रदेश कांग्रेस के नए प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को अपना पदभार संभाल लिया। इस दौरान मंच पर पहुंचे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें सीख दी। उन्होंने कहा कि पंजाब की सियासत में हम दोनों एक साथ चलेंगे। सिद्धू को संबोधित करते हुए कैप्टन ने कहा कि आप देखिएगा अगले चुनाव में कोई नहीं रहेगा। जब आपका जन्म हुआ तो मेरा कमीशन हुआ था। इन सब बातों से कैप्टन ने ये बताने की कोशिश की कि सिदधू जब पैदा हुए तब से उनके परिवार को वो जानते हैं। मंच से कैप्टन ने दो-तीन बार कहा कि सुनो सिद्धू। लेकिन सिद्धू इस दौरान इधर उधर देखते रहे। वहीं मंच से सिद्धू ने जब कार्यकर्ताओं को संबोधित किया तो उनकी बातों में तल्खी दिखी।
कैप्टन ने अपने भाषण में सिद्धू से कहा कि सारा बॉर्डर पाकिस्तान से सटा है और हमें बहुत सावधान रहने की जरूरत है। कांग्रेस पार्टी एक जमात है जो देश की आजादी के लिए लड़ती रही है। अब हमें अपना फर्ज और अपनी डयूटी निभानी है। उन्होंने मनमुटाव की अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने मुझसे कहा कि नवजोत पंजाब के अध्यक्ष होंगे तो मैंने कह दिया था कि आपका जो भी फैसला होगा वो हमें मंजूर होगा। सिद्धू ने इस दौरान कहा कि आज पूरे पंजाब के कांग्रेस कार्यकर्ता प्रधान बन गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं किसानों से मिलना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि हमें पंजाब के मसले हल करने हैं। इससे पहले पंजाब भवन में चाय पार्टी के दौरान नवजोत सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के पैर छुए। इसके साथ ही पार्टी में पिछले लगभग ढाई माह से चली आ रही तनातनी खत्म हो गई। इससे राहुल गांधी भी गदगद नजर आए।
शुक्रवार सुबह सिद्धू पटियाला से चंडीगढ़ पंजाब भवन पहुंचे। थोड़ी देर में कैप्टन अमरिंदर सिंह भी पंजाब भवन पहुंच गए। हालांकि सिद्धू कैप्टन से मिले बिना पंजाब कांग्रेस भवन रवाना हो गए। थोड़ी ही देर में उन्हें पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत का फोन आया जिसके बाद वे दोबारा पंजाब भवन पहुंचे। यहां उन्होंने कैप्टन से मुलाकात की और उनके पैर छुए। इसके बाद दोनों ने रावत और मंत्री-विधायकों के साथ चाय पी। चाय पार्टी के बाद सभी लोग सिद्धू की ताजपोशी के लिए पंजाब कांग्रेस भवन रवाना हो गए। पंजाब कांग्रेस के संकट के खत्म होने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर खुशी जताई।
पंजाब भवन में चाय पार्टी के बाद सभी नेता पंजाब कांग्रेस भवन पहुंचे। सिद्धू की ताजपोशी के लिए पंजाब कांग्रेस भवन के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बड़ा हजूम इकट्ठा हुआ है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में अंदर घुसने के लिए काफी धक्कामुक्की भी हुई।
सिद्धू के अलावा पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी प्रधान कुलजीत सिंह नागरा, सुखविंदर सिंह डैनी, संगत सिंह गिलजियां और पवन गर्ग भी अपना पदभार संभालेंगे। सभी कांग्रेस विधायकों को निर्देश दिया गया है कि पदभार ग्रहण समारोह को यादगार बनाने के लिए अपने हलकों से कम से कम 1000 पार्टी कार्यकर्ताओं को भी चंडीगढ़ लेकर आएं।
इस तरह प्रदेश कांग्रेस का इरादा 50,000 पार्टी कार्यकर्ताओं को चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में एकत्र करने का है। लेकिन इस समय चंडीगढ़ में धारा 144 लागू है और इतनी बड़ी संख्या में लोगों के जमा होने की यूटी पुलिस ने मंजूरी नहीं दी है। अब यह यूटी पुलिस तय करेगी कि कांग्रेस भवन में कितने लोगों को एकत्र होने की अनुमति दी जाए।