बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 2024 के लिए लगातार रणनीति बना रही है। अभी तक कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात पर चुप रहने वाली तृणमूल कांग्रेस ने अब खुलकर कांग्रेस के साथ जाने की बात कह रही है।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वह “देश के हित में” कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय स्तर के गठबंधन के पक्ष में है। पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ के संपादकीय में यह बात कही है। शनिवार को ‘जागो बांग्ला’ अंक के संपादकीय में कहा गया है- “हम कांग्रेस के अलावा किसी अन्य गठबंधन के बारे में कभी बात नहीं कर रहे हैं। इस बार तीसरे विकल्प के बजाय विपक्ष का सीधा उद्देश्य वैकल्पिक गठबंधन होना चाहिए”।
संपादकीय में कहा गया है, “हमें यह पहचानने की जरूरत है कि कांग्रेस चुनाव ठीक से क्यों नहीं लड़ पाई? गठबंधन के बीच होने वाली खाई को कैसे पाटा जाए इसके लिए हमें क्या करने की जरूरत है?
पार्टी के मुखपत्र ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कोई अन्य पार्टी इसे गठबंधन सहयोगी के रूप में चाहती है तो टीएमसी को “योग्य सम्मान” दिया जाना चाहिए। हम देश के हित में गैर-भाजपा, लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष दलों की एकता के पक्ष में हैं।
संपादकीय में कहा गया है, “हमारी नेता ममता बनर्जी दिल्ली में कांग्रेस अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी के घर गईं और एक बैठक की। वहां राहुल गांधी भी थे। हम एकता चाहते हैं। हमारा भाजपा विरोधी रुख संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह है। हम कुछ सिद्धांतों या विधियों में एकता चाहते हैं। अचानक कोई हमें फोन करे और कहे कि हम मार्च निकाल रहे हैं तो शामिल हों… यह टीएमसी के मामले में काम नहीं करेगा।”
इस संपादकीय में पश्चिम बंगाल की राजनीति में कांग्रेस की भूमिका पर भी तंज किया गया है। लिखा गया- “हमें सद्भावना के प्रमाण को नवीनीकृत करने की आवश्यकता नहीं है। जब बंगाल में विधानसभा चुनाव हो रहा था और पार्टियों ने हमसे डटकर मुकाबला किया, तो इनमें से कई को अलग-अलग चुनाव लड़कर शून्य सीटें मिलीं।
बता दें कि बंगाल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल पाया था। गठबंधन के मामले पर ममत बनर्जी या उनकी पार्टी अभी तक कांग्रेस के मामले पर चुप ही थे। कुछ विपक्षी पार्टियों ने कांग्रेस के साथ 2024 में एलायंस की बात की थी लेकिन टीएमसी अभी तक चुप ही थी।