कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद अब पंजाब की कमान किसके हाथों में होगी इसको लेकर स्थिति धीरे-धीरे स्पष्ट होती जा रही है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी अंबिका सोनी पर दांव खेल सकती है। सोनी एक अनुभवी कांग्रेस नेता हैं। उन्हें गांधी परिवार का करीबी माना जाता है। इंदिरा गांधी ने उन्हें 1969 पार्टी में लाया था।
अंबिका सोनी के पिता विभाजन के दौरान अमृतसर के जिला कलेक्टर थे और नेहरू के साथ मिलकर काम करते थे। अंबिका सोनी ने संजय गांधी के साथ भी काम किया और पार्टी के कई मोर्चों का नेतृत्व किया है। अंबिका सोनी पंजाब के होशियारपुर जिले की रहने वाली हैं और कई बार पंजाब से राज्यसभा सदस्य रह चुकी हैं।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान मुख्यमंत्री पद के लिए अंबिका सोनी के नाम पर विचार कर रही है। इसका प्रमुख वजह यह है कि वह पंजाब कांग्रेस प्रमुख के रूप में नवजोत सिंह सिद्धू के साथ नए और पुराने के नेतृत्व मिश्रण को संतुलित कर सकती हैं। उनके कद को देखते हुए, मुख्यमंत्री के रूप में उनके नाम पर कम विरोध की संभावना है।
बीते लोकसभा चुनाव में अंबिका सोनी आनंदपुर साहिब से लोकसभा चुनाव लड़ी, लेकिन वह हार गईं।
आपको बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को शनिवार को अपना इस्तीफा सौंपा। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के कार्यों से “अपमानित” महसूस करते हैं। उन्होंने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की।
सूत्रों ने कहा कि अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सूचित किया कि अगर कांग्रेस उन्हें दरकिनार करती रही तो उन्हें मुख्यमंत्री बने रहने में कोई दिलचस्पी नहीं है। अमरिंदर सिंह ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, “पिछले दो महीनों में कांग्रेस नेतृत्व द्वारा मुझे तीन बार अपमानित किया गया था। पहले विधायकों को दो बार दिल्ली बुलाया गया था और अब उन्होंने आज यहां चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक बुलाई।” अगर मेरी क्षमता पर कोई संदेह है, तो मैं अपमानित महसूस करता हूं।”
सूत्रों के अनुसार पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़, वर्तमान प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, सुखजिंदर सिंह रंधावा, पार्टी नेता तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, ब्रह्म मोहिंद्रा, विजय इंदर सिंगला, पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत सिंह नागरा और सांसद प्रताप सिंह बाजवा भी सीएम की रेस में शामिल हैं।