पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान में अब CM चरणजीत सिंह चन्नी भी कूदे हैं। उन्होंने इशारों में नवजोत सिद्धू को नसीहत। चन्नी ने कहा कि पार्टी प्रधान हेड होता है। उन्हें परिवार में बैठकर मजबूती से अपनी बात रख सहमत करवाना होता है। अगर कुछ गलत लग रहा है तो इस बारे में बताना चाहिए। चन्नी ने इतना जरूर कहा कि वो पंजाब के मुद्दों से पीछे नहीं हटेंगे। CM के इस बयान को सिद्धू के पार्टी फोरम के बजाय सार्वजनिक इस्तीफे और नियुक्तियों पर सवाल से जोड़कर देखा जा रहा है।
कैबिनेट की मीटिंग के बाद CM चन्नी ने कहा कि इस्तीफा देने का पता चलने पर मैंने आज भी सिद्धू से फोन पर बात की है। CM चन्नी ने कहा कि उन्होंने प्रधान सिद्धू को बताया कि पार्टी सुप्रीम है। आप आओ और बैठकर बात करो। अगर कहीं हमारी गलतियां लग रही हैं तो वो बता सकते हैं। सिद्धू ने कहा है कि उनसे मुलाकात का टाइम देंगे। वो इस बारे में सिद्धू से बात कर रहे हैं।
DGP और AG को नहीं हटाने के संकेत
इस दौरान DGP इकबालप्रीत सहोता और एडवोकेट जनरल एपीएस देयोल को नहीं हटाने के संकेत दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोर्ट केस में पैरवी के लिए स्पेशल टीम बनाई जा रही है। अगर मुझे लगेगा कि इससे लोगों के बीच कोई गलत संदेश जा रहा है तो मुझे पीछे हटने से कोई एतराज नहीं है। इस्तीफे के बाद सिद्धू ने इन दोनों नियुक्तियों को लेकर चन्नी सरकार पर सवाल उठाए थे। हालांकि इससे सरकार को नुकसान पहुंचाने की कोशिश पर चन्नी ने सिद्धू का बचाव करते हुए कहा कि इस बारे में बात करेंगे।
सिद्धू ने वीडियो जारी कर किया था हमला
सिद्धू ने इस्तीफे के बाद वीडियो जारी कर कहा था कि सरकार ने दागी अफसरों और नेताओं को वापस रख लिया। अकालियों को क्लीन चिट देने और लड़कों पर अत्याचार करने वाले को अफसर बना दिया। यह निशाना नए DGP इकबालप्रीत सहोता पर था। वहीं, आरोपियों की पैरवी करने वाले को इंसाफ दिलाने के लिए लगा दिया। इसमें नए एडवोकेट जनरल एपीएस देयोल पर सवाल खड़े किए थे। एडवोकेट देयोल बेअदबी से जुड़े गोलीकांड मामले में पूर्व DGP सुमेध सैनी और IG परमराज उमरानंगल के वकील रह चुके हैं।