कड़ाके की ठंड शुरू होते ही गरम – गरम चाय के कप अचानक बढ़ने लगते हैं। साथ ही मौसम में खुद को गर्म रखने के लिए असमय कुछ ना कुछ खाना और घंटों तक बिस्तर में ही घुसे रहना सबसे ज्यादा आरामदायक लगता है। लेकिन यही स्थिति कई लोगों के लिए समस्या बन जाती है। ऐसे लोग जो वजन घटाना चाहते हैं या खुद को मेंटेन रखना चाहते हैं उन्हें सर्दियों के मौसम के दौरान अधिक सतर्क रहना चाहिए।
क्योंकि इस दौरान व्यक्ति को पता भी नहीं चलता और वजन बढ़ने लगता है। जिसकी एक वजह फिजिकल एक्टिविटी का कम होना भी है और अधिक मेटाबॉलिज्म का धीमा होना है। इसके अलावा कुछ भी गर्म खाना भी एक साधारण सी बात है। इसलिए हम आपको बताएंगे कि आपको सर्दियों के दौरान किन खाद्य सामग्रियों से दूरी बनानी चाहिए या फिर उन्हें बेहद सीमित मात्रा में ही खाना पीना चाहिए। आइए जानते हैं।
ठंड के मौसम में पराठे अचार और उस पर ढेर सारा मक्खन, स्वाद को बेहतर बना देता है कि हम जरूरत से ज्यादा ही खाने लगते हैं। जिसके परिणाम स्वरूप वजन बढ़ने लगता है। साथ ही सर्दियों के मौसम में पराठे कई दूसरी सब्जियों से बनाए जाते हैं। जिसकी वजह से लोग रोज ही इनका सेवन करने लगते हैं।
ऐसे में जरूरी है कि आप पराठे और बटर या घी का सेवन बेहद कम मात्रा में ही करें। क्योंकि इसका अधिक सेवन ना केवल वजन बढ़ाएगा बल्कि बॉडी फैट परसेंटेज में भी इजाफा कर देगा। इसके अलावा सरसों का साग बनाते समय और खाते समय भी घी या मक्खन का अधिक सेवन ना करें।
सर्दियों का मौसम बिना सूप के बेहतर हो ही नहीं सकता। सूप ना केवल आपकी भूख का इलाज करता है। बल्कि यह आपको बहुत सारे पोषक तत्व भी मुहैया कराता है। लेकिन अगर आप साधारण सूप की जगह क्रीमी सूप का चुनाव करते हैं तो इससे सूप की कैलोरीज में इजाफा हो जाता है। जिसकी वजह से सूप का सेवन आपके वजन बढ़ने का कारण भी बन सकता है। ऐसे में आपको सूप पीने से पहले इस बात का ध्यान रखना है कि वह क्रीमी सूप ना हो। आप टमाटर, सब्जियां या हड्डियों से बने सूप का सेवन कर सकते हैं। यह सूप क्रीमी सूप की तरह आपका वजन नहीं बढ़ाएंगे।
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कड़ाके की ठंड में चाय और कॉफी का सेवन ना करें ऐसा हो ही नहीं सकता। गर्मा – गर्म चाय या कॉफी आपकी बॉडी को गर्म रखने का काम करती है। लेकिन इनके अंदर शामिल चीनी और दूध आपके वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी चाय या कॉफी का सेवन कम से कम रखें, अधिक से अधिक आप दो या तीन चाय ही पिएं।
इसके अलावा आप चाहें तो इन ट्रेडिशनल चाय के बजाय हर्बल टी, ब्लैक टी, ग्रीन टी या लेमन ग्रास टी का सेवन करें। यह न केवल कैलोरी में बेहद कम होती हैं। बल्कि इनके अंदर एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। साथ ही यह आपके मेटाबॉलिज्म को भी गति प्रदान करते हैं।
ठंड के दौरान गाजर का हलवा, चिक्की, तिल के लड्डू, गुलाब जामुन और क्रिसमस केक का सेवन आम है। लेकिन क्या आप जानते भी हैं इनमें बहुत ज्यादा कैलोरीज पाई जाती है। ऐसे में हम आपको यह नहीं कहेंगे कि आप इनमें से किसी भी चीज का सेवन ना करें। बल्कि आपको बस कुछ भी खाते हुए उसकी मात्रा का ध्यान रखना होगा।
ऐसा ना हो कि आप स्वाद -स्वाद में मीठा दिन में ही दो से तीन बार खा लें और बाद में पछताएं। इससे बेहतर है कि इसका दिन में केवल एक ही बार सेवन करें और वह भी तय मात्रा में। इसके अलावा कोशिश करें कि घर के बने हुए ही मीठे का सेवन करें और इन्हें बनाने में हेल्दी इंग्रीडिएंट्स का उपयोग करें।