अखंड समाचार, नई दिल्ली (ब्यूरो) : नरेंद्र मोदी सरकार की नई अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में बवाल जारी है। कई राज्यों में ट्रेनों में भी आग लगा दी गई और नारेबाजी भी की जा रही है। जिसमें पुलिस प्रशासन पर भी पथराव किया जा रहा है। इस बीच मथुरा नेशनल हाईवे पर भी पथराव किया गया।
जिसमें एक हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया। इस वीडियो में एक व्यक्ति बच्चे की जान बचाता हुआ पुलिस के पीछे भागता नज़र आ रहा है।
A man runs for cover with his child during stone pelting on the national highway in Mathura , UP by #AgneepathScheme protestors … pic.twitter.com/nvpxPb0jI5
— Alok Pandey (@alok_pandey) June 17, 2022
वहीं वीडियो में एक महिला को जान बचाते दौड़ते हुए देखा जा रहा है लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शनकारी पथराव करने से बाज नहीं आ रहे।
वहीं पुलिस इस घटना को रोकने के लिए प्रयास कर रही है जिसमें बचाव के लिए उनके ऊपर आसूं गैस के गोले भी छोड़े गए।
मथुरा में प्रदर्शनकारियों ने राजमार्ग पर कई कारों और ट्रकों के शीशे भी तोड़े गए हैं। वहीं मथुरा पुलिस ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं और हिंसक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौर फरमाने की बात यह है कि 14 जून को भारत सरकार ने मंगलवार को सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए एक नई ‘अग्निपथ योजना’ का ऐलान किया। इसके तहत बढ़ते वेतन और पेंशन खर्च को कम करने के लिए संविदा के आधार पर अल्पकाल के लिए सैनिकों की भर्ती की जएगी, जिन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा, बता दें कि यह कार्यकाल 4 साल के लिए होगा।
2 साल से कर रहे तैयारी
वहीं देश में युवा इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, बिहार में सबसे अधिक विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला है। सेना में शामिल होने की तैयारियों कर रहे युवाओं का पक्ष है कि वो सालों तक खूब मेहनत कर सेना भर्ती होने की तैयारी करते हैं, ऐसे में केवल चार साल की नौकरी उन्हें मंजूर नहीं है जिस वजह से वह सरकार से इस योजना को तुरंत वापस लेने की अपील कर रहे है।
इस बीच दिल्ली में अग्निपथ योजना के खिलाफ ऑल इंडिया स्टूडेंट्स असोसिएशन (आइसा) के प्रदर्शन के मद्देनजर आईटीओ मेट्रो स्टेशन के सारे दरवाजों को शुक्रवार को बंद कर दिया गया।
केंद्र सरकार की सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध की आंच पंजाब में भी पहुंची
बता दें शुक्रवार शाम संगरूर तथा पठानकोट में युवक हाथ में तिरंगा लेकर सड़कों पर उतर आए। उन्होंने कहा कि उन्हें यह 4 साल की भर्ती वाला फॉर्मूला मंजूर नहीं है।
सरकार को पहले ही रेगुलर भर्ती करनी चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि तुरंत इस फैसले को वापस लें।
अगर सरकार ने उनकी बात न मानी तो फिर वे दिल्ली जाकर पक्का मोर्चा लगा देंगे, जैसा किसान आंदोलन की तरह हुआ था।
स्टूडेंट्स का कहना है की वे फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास कर चुके हैं। अब एग्जाम को रद्द कर दिया गया। अब अग्निपथ और अग्निवीर के नाम पर नई स्कीम को लाया गया है जो सरासर नाइंसाफी है।
4 साल बाद फौज के छुट्टी होने के बाद क्या करेंगे
युवाओं ने कहा कि 4 साल में फौज से छुट्टी हो जाएगी। उसके बाद हम कहां जाएंगे। युवाओं के पास किसी कार्पोरेट कंपनी के पास सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी रह जाएगी ।
अगर ऐसा न हुआ तो हथियारों की ट्रेनिंग पाने वाला युवा गलत रास्ते पर जा सकता है। वह हथियारों में ट्रेंड गैंगस्टर बन जाएगा। यह दोनों काम न हुए तो रहेगा। युवा बेरोजगार होंगे जिससे देश के नौजवान गलत संगत में भी जा सकता है।
पठानकोट में भी हो रहा प्रदर्शन
बिहार सहित देश के अन्य हिस्सों में हिंसा के मामले सामने आने के बाद केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का पंजाब में भी विरोध शुरू हो गया है।
शुक्रवार को नरोट जैमल सिंह क्षेत्र के युवाओं ने नौजवानों बस स्टैंड के बाहर केंद्र सरकार का पुतला जलाकर विरोध जताया।
युवाओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। युवाओं का दावा किया कि इस योजना के तहत सेना में जाने वाले नौजवानों का 4 साल के बाद भविष्य खराब हो जाएगा। केंद्र सरकार की यह योजना नौजवानों के हित में नहीं है।
नौजवान इस योजना को मंजूर नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि नौजवान सेना में भर्ती होने की चाहत में दिन-रात अपना पसीना बहाकर तैयारी करते हैं।
अब केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना में अधिकम आयु 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी है। हालांकि इसे केवल एक बार इसी साल लागू किया जाएगा।
कैप्टन और सीएम मान ने किया अग्निपथ योजना का विरोध
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की यहयोगी पंजाब लोक कांग्रेस के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह भी इस योजना का विरोध कर चुके हैं।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि यह ठीक नहीं है। वहीं, मुख्यमंत्री भगवंत ने केंद्र का फैसला गलत है और गलत फैसले पर गुस्सा तो आएगा ही।