अखंड समाचार, जालंधर : जालंधर वेस्ट के आम आदमी पार्टी के विधायक शीतल अंगुराल ने डीसी दफ्तर महिला अफसर और कर्मचारियों के साथ हुए विवाद में माफ़ी मांग ली है। अब एसोसिएशन की ओर से सोमवार को हड़ताल नहीं की जायेगी । डीसी जसप्रीत सिंह की उपस्थिति में विधायक शीतल अंगुराल और कर्मचारियों की मीटिंग हुई। विधायक शीतल अंगुराल ने फेसबुक पेज पर वीडियो शेयर कर लिखा कि अगर डीसी दफ्तर के किसी अधिकारी और कर्मचारी को मेरी ओर से कोई ठेस पहुंची है तो मैं उसकी माफी मांगता हूं।
जानिए वीडियो में विधायक ने क्या कहा
विधायक शीतल अंगुराल ने वीडियो में कहा है कि – दो दिन पहले मैं डीसी आफिस में आया था मैं पर वहां आया तो किसी ओर काम से था। पर फेसबुक पर और सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने उसे किसी ओर रूप में डाल दिया। मैं प्राईवेट एजेंट जो डीसी आफिस बाहर लोगों को तंग करते थे परेशान करते थे उसके लिए आया था। मैं सबसे पहले सतकार योग मैडम के आफिस में गया वहां सारे लोग यही कह रहे हैं कि सारे लोग कह रहे हैं कि मैं मैडम के खिलाफ बोला। मैं बार-बार कह रहा था कि मैडम बहुत ईमानदार हैं। बाहर जो सिस्टम है।
जो प्राइवेट लोग हैं उसके खिलाफ मैं लड़ाई लड़ रहा था। अगर किसी तरीके का किसी को भी लगता है कि किसी को इससे ठेस है। क्योंकि मेरे से बड़े हैं मैडम। मेरे मन में मैडम के लिए बहुत सार है। मैं कोई धार कर नहीं गया था कि मैडम के पास जाना है। मैं मैडम के साथ हूं सरकार मैडम के साथ है। हमें बिल्कुल पूरा विश्वास है अपने अफसरों पर। अगर कोई गलती करेगा तो मैं डीसी साहब और सीएम साहब के ध्यान में लेकर आऊंगा। मैडम के प्रति मेरे दिल में मैडम के प्रति कोई बात नहीं है। मेरी लड़ाई प्राइवेट लोगों के खिलाफ। मेरी किसी भी मुलाजिम के खिलाफ कोई निजी झगड़ा नहीं। मैं सबका धन्यवाद करता हूं। फेसबुक पर जो भी लोग लिख रहे हैं। उनसे मेरी अपील है कि वे सच लिखें। जो भी गलत करेगा प्रशासन उसे कभी नहीं बख्शेगा।
बता दें कि विधायक के खिलाफ सरकारी मुलाजिमों ने मोर्चा खोलते हुए सोमवार से हड़ताल का ऐलान किया था। पंजाब स्टेट डिस्ट्रिक्ट आफिस इंप्लाईज एसोसिएशन के जालंधर यूनिट की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा था कि विधायक ने बिना अख्तियार स्टाफ के साथ बहसबाजी की और रिकार्ड चेक किया है।
विधायक शीतल अंगुराल ने माफी मांगी
विधायक शीतल अंगुराल की वाल पर मुलाजिमों के वीडियो में मुलाजिम नेता ने कहा कि 22 तारीख को जो भी दफ्तर में हुआ उसके लिए विधायक ने कहा कि उनकी कोई खराब मंशा नहीं थी। उन्होंने खेद प्रकट किया है और माफी मांगी है और फेसबुक पेज पर शेयर भी किया है। मुलाजिम कभी नहीं चाहते कि दफ्तरों का माहौल तनावपूर्ण हो। सबके विचार के बाद सोमवार की हड़ताल वापस ली जाती है।
उधर ज्वाइंट एक्शन कमेटी के प्रथान सुखजीत सिंह भी प्रेसनेट कर डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन की ओर से अपना एक्शन मुल्तवी करने की बात कही है। जिसके मद्देनजर ज्वाइंट एक्शन कमेटी जालंधर की ओर से पूतला फूंकने का दिया गया एक्शन वापस लिया जाता है। उन्होंने विधायक से कहा कि भारतीय संविधान में मिले हक का इस्तेमाल करें और पंजाब सरकार से भी सरकारी दफ्तरों में गैरजरूरी दखलअंदाजी बंद करने की अपील की गई है।
पूरा मामला पढ़े
पंजाब स्टेट डिस्ट्रिक्ट आफिस इंप्लाईज एसोसिएशन ने कहा है कि 22 जुलाई को डीसी आफिस जालंधर में जालंधर वेस्ट के विधायक की ओर से दफ्तरी काम के संबंध में हमारे सुप्रिटेंडेंट ग्रेड 1 परमिंदर कौर पर सवाल उठाए गए थे। इसके साथ ही दफ्तर की अलग अलग शाखाओं / दफ्तरों जैसे एमए शाखा / एडीशनल डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर / आरटीए दफ्तर में पब्लिक के कामों को लेकर कर्मचारियों के साथ वाद विवाद और बहसबाजी की।
इस सारी कार्रवाई को अपने फेसबुक ग्रुप में लाईव भी किया। जिससे हमारे दफ्तर का अक्स खराब हुआ है। एसोसिएशन इसकी घोर निंदा करती है। हरेक अधिकारी और कर्मचारी ऐसे बर्ताव के कारण अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है।
एसोसिएशन का कहना था कि पंजाब सिविल सेवा के नियमों के मुताबिक कर्मचारियों के काम को चेक करने के लिए उनके नियुक्तिकर्ता अधिकारी जो डिप्टी कमिश्नर या पहली एपीलांट अथारिटी कमिश्नर जालंधर मंडल हैं। वे अपनी सीटों के काम के प्रति अपने नियुक्तिकर्ता अधिकारी या पहली ऐपीलांट एथारिटी के प्रति जवाबदेह हैं। जब ये घटना घटी तब डीसी जालंधर और एडीसी दफ्तर में हाजिर थे। अगर एमएलए को कोई शिकायत थी तो वह उनके अधिकारियों के ध्यान में मामला लाते न कि स्टाफ के साथ बहसबाजी करते या उनके रिकार्ड चेक करते । ये दफ्तर मैन्युअल का भी उल्लंघन है।
दफ्तरों में राजनीतिक दखलअंदाजी बंद करवाने की मांग
एसोसिएशन ने कहा था कि ऐसे माहौल में वे काम नहीं कर सकते। मामला सूबा ईकाई के ध्यान में ला दिया गया है। विधायक शीतल अंगुराल में शुक्रवार सुबह डीसी दफ्तर में अलग-अलग दफ्तरों में जाकर लोगों के काम के सिलसिले में अफसरों से बात की थी। इस दौरान उन्होंने डीसी दफ्तर में चल रहे एजेंटों के राज के बारे अफसरों को बताया था।