अखंड समाचार, नई दिल्ली,(ब्यरो) : आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इन दिनों सुर्खियों में हैं। दिल्ली में सत्ता संभालने के बाद आम आदमी पार्टी ने पंजाब में चुनाव जीता। अब गुजरात में भी चुनाव होना है। वहां के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल की टीम तैयारी कर रही है। अब इस पर उनका एक पुराना वीडियो शेयर कर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने चुटकी ली हैं।
अशोक पंडित ने किया ट्वीट
फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ट्वीट करते हुए लिखा कि इसी को गिरगिट कहते हैं क्या पलटी मारी है अंकल ने। दरअसल फिल्ममेकर ने जो वीडियो शेयर किया है वह साल 2011 का है जब अरविंद केजरीवाल ने अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार और जनलोकपाल बिल के लिए आंदोलन करने की शुरुआत की थी।
इस वीडियो में सीएम केजरीवाल टाइम्स नाव न्यूज़ चैनल पर अर्नव गोस्वामी के डिवेट शो का हिस्सा बने थे। इस दौरान अर्नव उनसे पूछते हैं कि क्या उनका उद्देश्य राजनीति में आना हैं। इस पर केजरीवाल जवाब देते हुए नजर आ रहे हैं कि उन्हें कभी भी राजनीति में कदम नहीं रखना है। उनका उद्देश्य सिर्फ जनलोकपाल है।
लोगों ने दी प्रतिक्रियाएं
अशोक पंडित के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। दिनेश नाम के यूजर लिखते हैं कि जनता को फ्री की मानसिकता से बचना चाहिए। सब कुछ टैक्स पर निर्भर है। कोई फ्री अपने घर से नहीं देता। सही शिक्षा और सुविधा से जनता को काबिल बनाना उद्देश्य होना चाहिए। एक यूजर लिखते हैं कि जिसने अन्ना हजारे का आंदोलन हाईजैक किया हो, हर बार झूठ बोला हो, उनसे क्या ही उम्मीद रखना। इन के सारे साथी जेल जा रहे हैं घपला कर के। कल इनकी तिजोरी से भी खजाना निकलेगा जैसा आज टीएमसी और एनसीपी के नेता के पास मिल रहा है।
दुर्गेश नाम के यूजर लिखते हैं कि गिरगिट नाम किसी ने बहुत सोच समझ कर रखा है। एक यूजर लिखते हैं कि गिरगिट को इतना नीचा मत दिखाओ रंग बदल ना उसका प्राकृतिक गुण है पर बाबा बार बार रंग बदलते है मतलब भेषभूषा उसको बोलते है जोकर? IIT बाबा के बारे में खडकपुर मैनेजमेंट और अन्ना हजारेजी भी आश्चर्यचकित हैं। अन्ना जी बोले हैं की जिंदगी में पहली बार गलती हुई।
केजरीवाल ने 2012 में बनाई थी अपनी पार्टी
बता दें अरविंद केजरीवाल ने साल 2012 में अपनी टीम के साथ पार्टी का एलान किया था। साथ ही यह भी घोषणा की थी कि उनकी पार्टी आगामी चुनाव लड़ेगी, और 2015 के चुनावों में उनकी पार्टी ने 70 में से रिकॉर्ड 67 सीटें जीत कर भारी बहुमत हासिल किया। इसके बाद 14 फरवरी 2015 को वे दोबारा दिल्ली के मुख्यमंत्री चुने गए।