अखंड समाचार, मुंबई (ब्यरो) : एकनाथ शिंदे कैंप पर बरसते हुए उद्धव ठाकरे ने तीखा हमला बोला है। बाल ठाकरे का नाम इस्तेमाल की करने पर शिंदे को फटकार लगाते हुए उनका कहना है कि शिवसेना के बाप के नाम पर वोटों की भीख मांगना बंद करो। उनका कहना था कि उनको अपने मां-बाप की फोटो वोट के लिए इस्तेमाल करनी चाहिए।
उद्धव का कहना था कि उनके माता-पिता जिंदा नहीं हैं। वो मेरे पिता के नाम को क्यों चुरा रहे हैं। उन्होंने शिंदे गुट पर बरसते हुए उन्हें गद्दार तक करार दिया। उनका कहना था कि शिंदे के पास न तो समर्पण है और न ही काम करने का भाव और न ही हिम्मत।
शिवसेना चीफ ने कहा कि वो सारे प्रकरण के लिए खुद को सबसे ज्यादा दोषी मानते हैं। उन्होंने ऐसे लोगों पर भरोसा किया जो इसके लायक नहीं थे। ये उनकी ही गलती थी जो ऐसे लोगों पर भरेसा करते रहे। जब वो बीमार थे तब इन लोगों ने उनकी पीठ में छुरा मारा। उनकी सरकार गिरा दी और अब पार्टी और ठाकरे नाम पर कब्जे के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। उनका कहना था कि हिम्मत है तो ठाकरे नाम के बगैर राजनीति करके दिखाओ।
सामना में दिए एक साक्षात्कार में उद्धव ने कहा कि बीजेपी भी इसमें बराबर की शरीक है। वो कांग्रेस को गांधी परिवार से अलग करना चाहती है तो शिवसेना को बाल ठाकरे के परिवार से। वो महानायकों के मामले में भी राजनीति कर रहे हैं। सरदार पटेल को कांग्रेस से छीनने की भरसक कोशिश की तो अब बाल ठाकरे को शिवसेना से अलग करने के काम में शिद्दत से जुटे हैं। लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिलने वाली। वो जनता के भरोसे लड़ाई लड़ेंगे।
उद्धव का कहना था कि शिवसेना को तोड़ने की साजिश तब की गई जब वो बीमार थे। वो हिलडुल तक नहीं पा रहे थे। उन्होंने किसी शख्स को पार्टी में शामिल कराया। उसे नंबर दो का दर्जा दिया पर उसने उन्हें धोखा देने में देर नहीं लगाई। उनका कहना था कि शिंदे को पार्टी मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गई थी पर उसने शिवसेना को ही तोड़ दिया। उनका कहना था कि इस लड़ाई को वो सड़क से लेकर अदालत तक जीतेंगे।