मलखान’ की कहानी बताते हुए रोते रहे ‘टीका’

अखंड समाचार, नई दिल्ली (ब्यूरो) : टीवी सीरियल ‘भाभी जी घर पर हैं’ के मलखान सिंह यानी दीपेश के निधन से उनका परिवार और दोस्त उभर नहीं पा रहे हैं। मलखान के जोड़ीदार टीका उर्फ वैभव माथुर उनकी मौत से टूट गए हैं और अपने दोस्त को बार-बार याद कर रहे हैं। दीपेश की प्रेयर मीट वाले दिन वैभव ने अपने दोस्त और उनकी दोस्ती के बारे में काफी बातें शेयर कीं। उन्होंने बताया कि दीपेश के साथ उनकी दोस्ती कितनी पुरानी है और कैसे वो एक-दूसरे के साथ हर कदम पर खड़े रहे।

वैभव ने भरी आंखों से अपने दोस्त को याद करते हुए कहा, ”तिनका-तिनका जोड़कर उसने वो मुकाम बनाया था, उसका परिवार पूरा हो गया था, अब तो उसका कुछ करने का समय था। वो मुझे लौंडे बोला करता था, 4 दिन पहले ही उसने मुझे कहा था कि लौंडे अब मैं घूमने जाऊंगा। मौसम अच्छा हो गया है, मुझे बीवी और बच्चे के साथ समय नहीं मिलता तो उन्हें कहीं लेकर जाऊंगा।”

उसके अंदर एक बचपना था, मेरी उम्र उससे ज्यादा है तो वो मुझसे राय लिया करता था। मैं उसे डांटा करता था, कभी मैं नाराज हो जाता था तो वो मुझे मनाया करता था। ऐसा नहीं लगता था कि हम शूटिंग करने जाते हैं। ऐसा लगता था कि एक घर से उठकर दूसरे घर में चले गए। बहुत बड़ा लॉस है वो जिंदगी भर याद आएगा।

10 साल पुरानी थी दोनों की दोस्ती

वैभव ने बताया कि वो लोग पहले ‘एफआईआर’ में 3 साल साथ थे, फिर ‘भाभी जी घर पर हैं’ में 7 साल, हमारा 10 साल का साथ था। हम सब चीज शेयर करते थे। खाना-पानी से लेकर चाय तक हम साथ किया करते थे। हम 12-12 घंटे साथ रहते थे।

एक दूसरे के संघर्ष को देखा है

वैभव ने अपने स्ट्रगल के दिनों को याद करते हुए कहा कि हम दोनों ने संघर्ष साथ में किया है। 2004 में मैं आया और 2005 में वो आया। हम लोग स्ट्रगल के दिनों में एक दूसरे से मिला करते थे। बस में, लोकर ट्रेन में हम दोनों मिला करते थे। हमनें एक-दूसरे का स्ट्रगल शेयर किया है। उसने दिन-रात एक करके ये सब हासिल किया, तिनक-तिनका जोड़कर उसने मुकाम बनाया था। अब उसके साथ ही सब चला गया, बस मैं ये चाहता हूं कि भगवान उसे खुश रखे।

Vinkmag ad

Read Previous

दीपिका पादुकोण ने करण जौहर के शो में आने से कर दिया इंकार ?

Read Next

सावन माह के उपलक्ष्य पर मां बगलमुखी जी को लगेंगे 56 भोग।