किसने कहा की मुझे फांसी चढ़ा दो, पर सोन‍िया गांधी को क्‍यों लपेट रहे

अखंड समाचार, नई दिल्ली (ब्यूरो) : देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर ‘राष्ट्रपत्नी’ शब्द का प्रयोग करने वाले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी विवादों में फंसते नजर आ रहे हैं। बता दें कि इस मामले में सत्तारूढ़ दल भाजपा ने संसद में कांग्रेस के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है। मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता के बयान पर कांग्रेस व सोनिया गांधी तक को निशाने पर लिया है।

वहीं भाजपा के विरोध पर अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि मैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी से निजी तौर पर मिलूंगा और माफी मांगूगा। उन्होंने कहा कि मैं बंगाली हूं, हिंदी का आदी नहीं हूं, चूक हो गई मुझसे। मैंने राष्ट्रपति जी से मिलने का समय मांगा है, उनसे मिलकर माफी मांगूगा लेकिन इन पाखंडियों से माफी नहीं मागूंगा।


इसके अलावा गुरुवार, 28 जुलाई को लोकसभा में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी के बीच बहस देखने को मिली।

आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला 10 प्वाइंट्स में-

सोनिया गांधी से ईडी पूछताछ को लेकर हो रहे कांग्रेस नेताओं के प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने एक निजी चैनल से बात करते हुए राष्ट्रपति के लिए ‘राष्ट्रपत्नी’ शब्द का प्रयोग किया था।

इस बयान को भाजपा ने राष्ट्रपति का अपमान बताते हुए लोकसभा में माफीनामे की बात की और “सोनिया गांधी, माफी मांगें” के नारे लगाए। वहीं स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया, “सोनिया गांधी जी, आपने सर्वोच्च संवैधानिक पद पर एक महिला के अपमान को मंजूरी दी।”

अधीर रंजन ने अपनी सफाई में कहा “मैं राष्ट्रपति का अपमान करने के बारे में सोच भी नहीं सकता। यह सिर्फ एक गलती थी। अगर राष्ट्रपति को बुरा लगा तो मैं व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलूंगा और माफी मांगूंगा। वे चाहें तो मुझे फांसी दे सकते हैं। मैं सजा भुगतने को तैयार हूं लेकिन उन्हें (सोनिया गांधी) इसमें क्यों घसीटा जा रहा है?”

अधीर रंजन ने कहा कि इस मामले में सत्ताधारी दल तिल का ताड़ बनाने में लगा है। मेरे मुंह से सिर्फ एक बार बात निकली है, चूक हो हुई है। इसके लिए मुझे फांसी पर लटकाना है तो लटका दो। चौधरी ने कहा कि मेरी कोई गलत मंशा नहीं थी।

अधीर रंजन के बयान पर सोनिया गांधी ने बचाव करते हुए कहा कि वो(अधीर रंजन) इसको लेकर माफी मांग चुके हैं। वहीं हंगामे के बीच पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं की तत्काल बैठक बुलाई है। जिसमें मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी भी शामिल होंगे।

लोकसभा में मचे हंगामे के बीच सोनिया गांधी भाजपा सांसद रमा देवी के पास गईं और कथित तौर पर उनसे कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने अपनी टिप्पणी पर माफी मांगी है तो फिर उनका नाम सदन में क्यों लिया जा रहा है?

सोनिया गांधी और रमा देवी की बातचीत के दौरान ही वहां स्मृति ईरानी पहुंच गईं और कथित तौर पर पूछा कि क्या मैं आपकी मदद कर सकती हूं, मैंने आपका नाम लिया था।

वित्त मंत्री सीतामरण ने कहा कि भाजपा सांसद के इतना कहने पर सोनिया गांधी ने सख्त लहजे में कहा कि आई डॉन्ट वान्ट टू टॉक टू यू।।

दोनों के बीच हो रही इस बातचीत के दौरान वहां भाजपा समेत अन्य दलों के नेता भी पहुंच गये और मामले को शांत कराने लगे। इस दौरान टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा, एनसीपी की सुप्रिया सुले, बीजेपी के प्रह्लाद जोशी और अर्जुन मेघवाल सहित कई मंत्री मौजूद रहे।

कांग्रेस सांसद गीता कोरा और ज्योत्सना महंत ने दावा किया है कि इस दौरान स्मृति ईरानी और भाजपा के कुछ पुरुष सांसदों ने सोनिया गांधी के साथ दुर्व्यवहार किया।

वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने जिस तरह से राष्ट्रपति का अपमान किया है, वह उनकी मानसिकता को दर्शाता है। यह देश हमारे आदिवासियों के साथ इस अपमान को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए माफी मांगने की जरूरत नहीं है।
लोकसभा में हुए हंगामे से पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस आज भी इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही कि एक आदिवासी महिला इस देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद को सुशोभित कर रही हैं। अपने बयान के लिए अधीर रंजन और कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए।

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