चीन मुद्दे पर विपक्ष का वॉकआउट, दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित

अखंड समाचार, नई दिल्ली (ब्यूरो) : 
संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष लगातार चीन को लेकर चर्चा की मांग पर अड़ा है। गुरुवार को भी संसद सत्र हंगामेदार रहा। विपक्ष ने पहले से ही सरकार को घेरने की तैयारी की थी, सत्र शुरू होते ही चीन पर चर्चा की मांग होने लगी, विपक्षी सांसद नारेबाजी करने लगे, जिसके बाद कार्यवाही को रोकना पड़ा। हालांकि, सरकार ने यह कहते हुए चर्चा से इनकार कर दिया कि संसद के दोनों सदनों में इस बारे में पहले ही बयान दिया जा चुका है।

संसद में पिछले कई दिनों से चल रहा बवाल गुरुवार को भी जारी रहा। रणनीति पर चर्चा करने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े के चैंबर में विपक्ष के नेता से मुलाकात की, जिसके बाद कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने चीनी घुसपैठ पर सरकार से चर्चा की मांग की। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी और मनीष तिवारी ने चीन के साथ सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया था। हालांकि इस पर चर्चा नहीं हो पाई, जिसके बाद राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने वॉकआउट कर दिया। वहीं लोकसभा में भी ऐसा ही दृश्य देखने को मिला। विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही भी बाधित हुई।

मल्लिकार्जुन खडग़े के सवाल, पीयूष गोयल का जवाब
इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि हम चीन पर चर्चा चाहते हैं और पीयूष गोयल से माफी चाहते हैं। खडग़े ने कहा कि आप हमारी बात से परेशान हो रहे हैं, आप हमसे अकेले में बात करेंगे, तो देश को पता नहीं चलेगा। इस पर पीयूष गोयल ने कहा कि खडग़े जो मुद्दा उठा रहे हैं, उस पर पहले भी बताया जा चुका है कि इतिहास में ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा नहीं हुई है। रक्षा मंत्री विस्तार से सदन को जानकारी दे चुके हैं।

‘शॉर्ट नेम’ का विरोध
भाजपा की कविता पाटीदार ने राज्यसभा में प्रसिद्ध व्यक्तियों के नाम पर रखे गए संस्थानों के छोटे नाम (शॉर्ट नेम) का विरोध किया और कहा कि इस पर सख्ती से रोक लगाई जानी चाहिए। श्रीमती पाटीदार ने प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि देवी अहिल्याबाई को डीएबी, तात्यां टोपे को टीटी और राम मनोहर लोहिया को आरएमएल कहा जा रहा है। व्यक्तियों के नाम पर शहरों, नगरों और विश्व विद्यालय के नाम ‘शॉर्ट नेम’ में परिवर्तित हो गए हैं। स्थिति इतनी खराब है कि टैक्सी, रिक्शा और आटोरिक्शा चालक इन्हें इनके मूल नाम से नहीं, बल्कि ‘शॉर्ट ने’’ से जानते हैं। भाजपा नेता ने कहा कि ‘शॉर्ट नेम’ रखने से प्रसिद्ध व्यक्तियों के नाम पर शहरों, नगरों और अन्य स्थानों का नाम रखने का उद्देश्य ही समाप्त हो जाता है। इसलिए नाम छोटे करने या ‘शॉर्ट नेम’ रखने की परंपरा पर सख्ती से रोक लगाई जानी चाहिए।

165 देशों के पर्यटकों मिल रहा है ई-वीजा
सरकार ने गुरुवार को राज्यसभा को बताया कि कोरोना के बाद प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद से विदेशी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है और अब कनाडा सहित 165 देशों के पर्यटकों को ई-वीजा जारी किया जा रहा है। पर्यटन राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान इस संबंध में एक पूरक प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कनाडा के साथ भी इस संबंध में संधि होने से अब 165 देशों को ई-वीजा जारी करने की सुविधा शुरू दी गई है।

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