अखंड समाचार,कांगड़ा (ब्यूरो) : कांगड़ा में पुल ध्वस्त होने के मामले में नौ अधिकारियों व ठेकेदार को जिम्मेदार ठहराया है। राजधानी शिमला के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने सरकार से अनुशंसा की है कि नौ अफसरों व ठेकेदार पर कार्रवाई की जाए। मुख्य अभियंता शिमला अजय गुप्ता ने कहा है कि विभाग ने जो जांच रिपोर्ट तैयार की थी, उसके आधार पर अधिकारियों व ठेकेदार को पुल ध्वस्त होने के मामले में दोषी पाया गया है। उनका मानना है कि अधिकारियों व ठेकेदार की लापरवाही से पुल ध्वस्त हुआ है। सरकार इस समय कर्नाटक चुनाव प्रचार में व्यस्त है लिहाजा ऐसे अधिकारियों पर अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की जा सकी है, लेकिन रिपोर्ट के आधार पर गाज गिरनी तय है। अब सरकार क्या एक्शन लेती है इस पर लोगों की निगाहें टिकी हैं। दौलतपुर को जलाड़ी से जोडऩे वाला निर्माणाधीन पुल सिस्टम की नालायकी की वजह से दस अप्रैल को ध्वस्त हो गया था। अगले दिन टीम निरीक्षण के लिए यहां पहुंची और वहां कहा गया कि चार दिन के भीतर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी जाएगी। निरीक्षण भी हो गया और क्वालिटी कंट्रोल ने रिपोर्ट भी उच्च अधिकारियों को सौंप दी पहले रिपोर्ट को गोपनीय रखा गया अब रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। उल्लेखनीय है कि लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह पहले ही कड़ी कार्रवाई की बात कह चुके हैं। पुल न होने से एक दर्जन पंचायतों के ग्रामीणों को पांच किलोमीटर का सफर 20 किलोमीटर में तय करना पड़ रहा है।
सिस्टम की नालायकी से गिरा था पुल, कांगड़ा में नौ अफसरों-ठेकेदार की लापरवाही आई सामने