एजेंसियां— कोलकाता
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव से जुड़ा संदेहास्पद मामला सामने आया है। यहां एक ऐसा बूथ है, जिसके लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया था, बावजूद इसके वहां 95 फीसदी वोटिंग हुई है। अब हाई कोर्ट ने इस पर सवाल उठाए हैं और संबंधित अधिकारियों को जवाब-तलब किया है। अब बंगाल के डीजीपी को इसकी जांच सौंपी गई है। बंगाल में राजारहाट एक इलाका पड़ता है। यहां जांगड़ा हटियारा नंबर-2 बूथ पर 95 फीसदी वोटिंग हुई है, जबकि यहां वोटर्स ने इसका बायकॉट किया हुआ था। ऐसा कैसे हुआ यह फिलहाल मिस्ट्री है। मामला जब कलकत्ता हाई कोर्ट पहुंचा, तो जस्टिस अमृता सिन्हा ने सवाल किया कि बायकॉट के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में मतदान कैसे हो गया? दरअसल, पूर्व मंत्री गौतम देव के बेटे सप्तऋषि देव ने इस मामले को कोर्ट में उठाया था। उन्होंने याचिका दायर करके फर्जी वोटिंग की आशंका जताई थी। आरोप लगाया गया था कि लिखित शिकायत के बावजूद प्रदेश चुनाव आयोग ने कोई एक्शन नहीं लिया। इस पर मंगलवार को कलकत्ता हाईकोर्ट में जस्टिस अमृता सिन्हा ने सुनवाई की। हाई कोर्ट ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजी) और आईजी को मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
बंगाल पंचायत चुनाव में बहिष्कार के बाद भी 95 फीसदी वोटिंग, हाई कोर्ट ने दिए जांच के आदेश