अखंड समाचार, नई दिल्ली (ब्यूरो) : संसद सुरक्षा चूक की घटना पर संयुक्त विपक्ष के गतिरोध के बीच राज्यसभा ने सदन में आने के 10 मिनट के भीतर जम्मू-कश्मीर पर दो अलग-अलग विधेयक पारित किए। भारी शोरगुल के बीच सभापति जगदीप धनखड़ के कहने पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानद राय ने एक-एक करके जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (दूसरा संशोधन) विधेयक 2023 और केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 को विचार और पारित करने के लिए सदन में पेश किया। चूंकि विपक्ष ने इन विधेयकों पर चर्चा में हिस्सा नहीं लिया और सदन के वेल में आकर नारेबाजी की और 13 दिसंबर को लोकसभा में हुई सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग की। उच्च सदन ने इन विधेयकों को बिना किसी बहस के ध्वनि मत से पारित कर दिया।
इस विधेयक के लागू होने के बाद होने वाली जनगणना के प्रकाशित होने के बाद आरक्षण प्रभावी होगा। जनगणना के आधार पर महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित करने के लिए परिसीमन किया जाएगा। आरक्षण 15 साल के लिए रहेगा। हालांकि, यह संसद द्वारा बनाए गए कानून द्वारा निर्धारित तिथि तक जारी रहेगा। महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें प्रत्येक परिसीमन के बाद घुमाई जाएंगी, जैसा कि संसद द्वारा बनाए गए कानून द्वारा निर्धारित किया जाएगा।
महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी 33 फीसदी सीटें
केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 में जम्मू-कश्मीर और पुड्डुचेरी विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने का प्रावधान है। यह विधेयक पिछले सप्ताह लोकसभा द्वारा पारित किया गया था। विधेयक पुड्डुचेरी विधानसभा में सभी निर्वाचित सीटों में से एक तिहाई महिलाओं के लिए आरक्षित करता है। यह विधानसभा में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटों पर भी लागू होगा।
पिछले हफ्ते लोकसभा ने पारित किए थे दोनों विधेयक
जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (दूसरा संशोधन) विधेयक (2023) जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम (2019) में संशोधन करना चाहता है। यह विधेयक पिछले हफ्ते लोकसभा ने पारित किया था। यह विधेयक, यथासंभव, जम्मू और कश्मीर विधानसभा में सभी निर्वाचित सीटों में से एक-तिहाई महिलाओं के लिए आरक्षित करता है। यह आरक्षण विधानसभा में अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए आरक्षित सीटों पर भी लागू होगा।
हंगामे के बीच जम्मू-कश्मीर से जुड़े दो विधेयक पास; संसद में मिली मंजूरी, नारेबाजी करता रहा विपक्ष