अखंड समाचार,उत्तर प्रदेश (ब्यूरो) : अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह पूरा होने के साथ ही लोगों का सदियों पुराना इंतजार भी खत्म हो गया। रामलला गर्भगृह में विराजमान हो गए। सोने तथा फूलों से सजी 51 इंच की रामलला की मूर्ति की बेहद खास तस्वीरें सामने आई हैं। शृंगार युक्त मूर्ति में भगवान के पूरे स्वरूप को देखा जा सकता है। तस्वीर में रामलला माथे पर तिलक लगाए बेहद सौम्य मुद्रा में दिख रहे हैं। आभूषण और वस्त्रों से सुसज्जित रामलला के चेहरे पर भक्तों का मन मोह लेने वाली मुस्कान दिखाई दे रही है। तस्वीर में रामलला के सिर पर स्वर्णमुकुट है और गले में हीरे-मोतियों का हार है। इसके अलावा कानों में कुंडल सुशोभित हैं। हाथ में स्वर्ण धनुष-बाण हैं, रामलला पीली धोती पहने हुए नजर आ रहे हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान गर्भगृह में पीएम नरेंद्र मोदी ने रामलला की पूजा-अर्चना की और इसके बाद मूर्ति का अनुष्ठान पूरा किया गया। रामलला की मूर्ति को सोने और पन्ना के आभूषणों से सजाया गया है। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद रामलला की आंखों से पट्टी हटाई गई। सोमवार को आंखों पर ढका दुपट्टा हटते ही पूरी दुनिया ने रामलला के दर्शन किए। भक्तों को पहली बार वर्चुअल रूप से भगवान राम की एक झलक देखने को मिली। 51 इंच की नई मूर्ति को पिछले सप्ताह ही राम मंदिर में रखा गया था।
शालीग्राम पत्थर से निर्मित
इस मूर्ति को कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है, जिसे शालीग्राम शिला से बनाया गया है। यह काले रंग का पत्थर होता है। शास्त्रों और धर्म ग्रंथों में शालीग्राम पत्थर को साक्षात भगवान विष्णु का स्वरूप माना गया है और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम भगवान विष्णु के ही सातवें अवतार माने गए हैं। शालीग्राम शिला की आयु हजारों साल होती है। यह जल रोधी होती है। चंदन और रोली लगाने से मूर्ति की चमक प्रभावित नहीं होगी। नख से शिखा तक रामलला की मूर्ति की कुल ऊंचाई 51 इंच है और वजन करीब 200 किलो है।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आए मेहमानों को खास उपहार
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस अनुष्ठान में कई अतिथि शामिल हुए। मंदिर में अभिषेक समारोह में भाग लेने वाले मेहमानों को उपहार दिया गया। मेगा समारोह में 7,000 से अधिक मेहमानों को आमंत्रित किया गया था। सूत्रों ने बताया कि मेहमानों को वस्तुओं का एक विशेष सेट उपहार में दिया गया है, जिसमें अयोध्या पर एक किताब, एक धातु का दीया, एक तुलसी माला और भगवान राम के नाम वाला एक दुपट्टा शामिल है। पुस्तक का शीर्षक ‘अयोध्या धाम- द लॉड्र्स एबोड’ है, जिसके कवर पर रामलला की पुरानी मूर्ति की छवि भी है। माला एक कपड़े की थैली में आई है, जिस पर उत्तर प्रदेश पर्यटन और इसकी टैगलाइन लिखी है। मेहमानों को चार लड्डू, चिप्स, रेवड़ी, काजू और किशमिश का डिब्बा भी मिला है।
मधुर ‘मंगल ध्वनि’ से गूंजी अयोध्या
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दौरान देशभर के 50 पारंपरिक वाद्ययंत्रों का किया इस्तेमाल प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दौरान बजाई गई मधुर ‘मंगल ध्वनि’ में देशभर के 50 पारंपरिक वाद्ययंत्रों का इस्तेमाल किया गया। इन वाद्य यंत्रों को बचाने वाले कलाकरों में उत्तर प्रदेश से बांसुरी और ढोलक, कर्नाटक से वीणा, महाराष्ट्र से सुंदरी, पंजाब से अलगोजा, ओडिशा से मर्दला, मध्य प्रदेश से संतूर, मणिपुर से पुंग, असम से नगाड़ा और काली, छत्तीसगढ़ से तंबूरा, बिहार से पखावज, दिल्ली से शहनाई व राजस्थान से रावणहत्था शामिल हुए।
हाथों में चांदी का छतर लेकर नंगे पांव रामलला के दर पहुंचे पीएम मोदी
अयोध्या में बने राम मंदिर में रामलला विराजमान हो गए। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में दुनियाभर से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इस दौरान पूरा देश ‘जय श्री राम’ के नारे से गूंज रहा है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा में हिस्सा लेने के लिए अयोध्या पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सुनहरी रंग का कुर्ता, क्रीम रंग की धोती और उत्तरीय पहने नजर आए। पीएम मोदी नवनिर्मित राम मंदिर के मुख्य द्वार से अंदर तक पैदल चलकर कार्यक्रम स्थल पहुंचे और गर्भगृह में प्रवेश किया। राम मंदिर में प्रवेश करते समय पीएम मोदी नंगे पैर थे। प्रधानमंत्री इस दौरान अपने हाथ में लाल रंग के कपड़े में लिपटा हुआ चांदी का छतर भी लेकर आए। इसे उन्होंने रामलला को अर्पित किया। इस दौरान दर्शक दीर्घा में बैठे साधु और संत काफी खुश और उत्साह से भरे नजर आ रहे थे। पीछे बैठे वीआईपी अतिथि अपने मोबाइल फोन से इस मनमोहक दृश्य को कैद करते दिखे। राम मंदिर में पहुंचते ही सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने पर्दे के उस पार रामलला की मूर्ति के दर्शन किए। स्वर्ण से सजे राम की मूर्ति देखकर हर कोई गर्वित नजर आया। इसके बाद यजमान के रूप में प्रधानमंत्री ने प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में भाग लिया।
कमल का फूल लिए भक्ति में सराबोर दिखे पीएम
पीएम नरेंद्र मोदी ने हाथ में कमल का फूल लेकर उन्होंने अनुष्ठान विधियों को आरंभ किया। इस दौरान अस्थायी मंदिर में विराजमान रहे रामलला की मूर्ति भी सामने रखी रही। प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान पीएम मोदी राम भक्ति में सराबोर दिखे।
प्रभु के चरणों में साष्टांग प्रणाम
अयोध्या में भगवान राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा हो गई। पीएम मोदी मुख्य यजमान रहे। उन्होंने विधि-विधान से अनुष्ठान की क्रियाएं पूरी कीं। पीएम ने कमल के फूल से पूजा-अर्चना की। उसके बाद भगवान राम के बालस्वरूप के दर्शन किए। अंत में पीएम मोदी रामलला के चरणों में साष्टांग हो गए। बाद में जब पीएम मोदी कार्यक्रम के मंच पर पहुंचे, तो वहां उन्होंने 11 दिन का विशेष अनुष्ठान व्रत खोला। पीएम मोदी को निर्मोही अखाड़ा के स्वामी गोविंद गिरी जी महाराज ने चम्मच से जल पिलाया।
पीएम ने राम मंदिर के श्रमिकों पर बरसाए फूल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर निर्माण में लगे श्रमिकों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने श्रमिकों के ऊपर पुष्पवर्षा कर उनका हौसला बढ़ाया। पीएम मोदी ने कहा कि अभी तक आप लोगों को भगवान का आशीर्वाद मिल रहा था। अब आपको पूरे देश का आशीर्वाद मिल रहा है। साथ ही प्रधानमंत्री ने श्रमिकों से कहा कि अब आप लोगों को अपनी गति बढ़ानी होगी।
सोनू निगम-अनुराधा पौडवाल और शंकर महादेवन ने गाया भजन
बालीवुड के जानमाने पाश्र्वगायक सोनू निगम, पाश्र्वगायिका अनुराधा पौडवाल और गायक-संगीतकार शंकर महादेवन आदि ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में श्रीराम का भजन गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सोनू निगम ने अपनी मधुर आवाज में ‘राम सिया राम’ गाना गाया। शंकर महादेवन ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में ‘श्री रामचंद्र कृपालु भजमन हरण भवभय’ भजन गाया। शंकर महादेवन का यह भजन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। फैंस शंकर महादेवन के इस भजन को खूब पसंद कर रहे हैं।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में कंगना ने लगाया ‘श्रीराम’ का जयकारा
बालीवुड अभिनेत्री कंगना रणौत अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने पर बेहद खुश नजर आईं। अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूरे देश के साथ ही बॉलीवुड सितारों ने भी जश्न मनाया। इस मौके पर कंगना ने अयोध्या से अपना एक वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में कंगना मंदिर परिसर में नजर आ रही हैं। वीडियो में देखा जा सकता हैं कि जैसे ही भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होती है, आकाश से हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाती है और शंखों की ध्वनि से पूरा माहौल ही बदल जाता है। यह सब देख कंगना खुशी से झूम उठती हैं और जोर-जोर से जय श्रीराम के जयकारे लगाने लगती हैं।
रामलला की मूर्ति बनाने वाले योगीराज बोले, मैं धरती पर सबसे भाग्यशाली इनसान
रामलला की मूर्ति बनाने वाले कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने कहा कि वह खुद को धरती पर सबसे भाग्यशाली व्यक्ति मानते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पूर्वजों और भगवान राम का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा है। कभी-कभी लगता है कि मैं सपनों की दुनिया में हूं। मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बताया कि मुझे लगता है कि अब मैं इस धरती पर सबसे भाग्यशाली व्यक्ति हूं। मेरे पूर्वजों, परिवार के सदस्यों और भगवान राम का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा है। कभी-कभी मुझे ऐसा लगता है जैसे मैं सपनों की दुनिया में हूं।