जालंधर (गुलशन शर्मा) नैतिकता और ईमानदारी मनुष्य की असली निधि है जिससे ही समाज में सुधार संभव है तभी हम अपनी स्वतंत्रता को बनाए रख सकते हैं यह उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की जालंधर ग्रीन पार्क शाखा के तत्वावधान में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सेवा केंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी ने व्यक्त किए। कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी।
ब्रह्माकुमारी बहन ने कहा की जहां मूल्य है वहां अपराध और अनैतिकता नहीं हो सकती मनुष्य का पहला कर्तव्य एक अच्छा परिवार और समाज बनाना है और यह तभी संभव हो सकता है जब हम अपने जीवन में आध्यात्मिक और माननीय मूल्यों को अपनाएंगे। ब्रह्माकुमारी बहन ने कहा कि अगर हम सच्ची स्वतंत्रता मनाना चाहते हैं तो हमारे समाज में भौतिक तरक्की के साथ आध्यात्मिक तरक्की को प्राथमिकता दी जाए तो हम वर्तमान समाज की रूपरेखा बदल सकते हैं। उन्होंने कहा की आज की तनावपूर्ण माहौल में खुशहाली के लिए आध्यात्मिकता को जीवन में शामिल करना बहुत जरूरी है तभी हमारे जीवन में सुख शांति आनंद प्रेम आ सकता है और हम अपने जीवन परिवर्तन से दूसरों के जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन लाकर समाज को उच्च श्रेष्ठ महान बना सकते हैं। रेखा दीदी ने कहा की स्वतंत्रता दिवस हमारे जीवन में एक नया जोश देशभक्ति की भावना पैदा करता है तो अगर हम सच्चे देशभक्त हैं तो हम अपनी स्वतंत्रता को बाह्य शक्तियों के साथ साथ अपने मनो विकारों से स्वतंत्र करना होगा राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी बहन मीरा दीदी ने कहा आज मानव सबसे ज्यादा गुलाम अपने मनोविकारों का है अभी समाज में ईर्ष्या, द्वेष, घृणा भाव के कारण आपसी सद्भावना समाप्त होती जा रही है। इनसे छुटकारा पा सच्ची स्वतंत्रता मनाने के लिए अध्यात्म को अपने जीवन का हिस्सा अवश्य बनाएं।
इस अवसर पर बीके राकेश कुंद्रा,बीके कौछर भाई, बीके सुदेश गुप्ता,नीरज चोपड़ा, बीके हरिप्रसाद शर्मा, बीके फूल चांद,बीके विशाल भाई, बीके दीपक कुमार, बीके शोभा दीदी,बीके पूजा बहन,बीके हेमा,बीके पूजा मलहान, बीके हार्दिक मलहण, बीके सतवीर बहन, बीके मोनिका बहन, बीके शालू,बीके मीनाक्षी, बीके निधि, बीके मीनू, बीके डाक्टर प्रोमिला,बीके पर्थ बजाज एवं हरमेश थापर