मंत्रिमंडल के अपने दो असंतुष्ट मंत्रियों की ओर से बटाला को पंजाब के नए जिले के रूप में घोषित करने की मांग के दो दिन बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने सोमवार को उन पर कटाक्ष किया. सीएम ने कहा कि यह मुद्दा पहले से ही विचाराधीन है और विभिन्न मुद्दों पर विचार करने के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा.
अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करने वाले चार मंत्रियों में शामिल तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और सुखजिंदर सिंह रंधावा ने शनिवार को बटाला को राज्य का नया जिला बनाने को लेकर उनसे मुलाकात की मांग की थी. बाजवा और रंधावा की ओर से उठाई गई मांग के जवाब में मुख्यमंत्री ने सोमवार को कहा कि पिछले महीने कांग्रेस के एक अन्य नेता से भी उन्हें इसी तरह का निवेदन मिला था और वह इस मामले को देख रहे हैं.
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में दोनों मंत्रियों ने मांग की थी कि बटाला को पंजाब का 24वां जिला घोषित किया जाए. वर्तमान में बटाला गुरदासपुर जिले का हिस्सा है. मुख्यमंत्री ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि पिछले कुछ दिनों में मीडिया में ऐसी खबरें आई हैं कि बटाला के निवासियों ने भी सार्वजनिक रूप से अपने क्षेत्र से एक नए जिले की मांग उठाई है.
दोनों मंत्रियों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, ‘अगर वे मेरे पास आते और इसके बारे में बात करते, तो मैं उन्हें बता देता कि मैं पहले से ही इस मामले को देख रहा हूं और इस संबंध में उनसे सलाह भी लेता.’ मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने 11 अगस्त को एक पत्र के माध्यम से बटाला को जिला का दर्जा देने की मांग की थी और बटाला के ऐतिहासिक महत्व और गुरु नानक देव के साथ इसके संबंध का हवाला दिया था, जिन्होंने 1487 में यहां माता सुलखनी से शादी की थी.
इस बीच, प्रताप बाजवा ने कहा कि वह अमरिंदर सिंह के आभारी हैं कि वह बटाला को पंजाब का 24वां जिला घोषित करने के विषय पर विचार कर रहे हैं. बाजवा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘बटाला के लोग लंबित मांग पर जवाब के लिए सरकार के अनुकूल फैसले की उम्मीद कर रहे हैं.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पंजाब के इतिहास और संस्कृति में बटाला के महत्व और जनता की भावनओं से अवगत हैं. उन्होंने कहा कि निर्णय लेने से पहले वह विभिन्न हितधारकों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे.