मध्य प्रदेश के अशोक नगर जिले में 43 साल के किसान ने कथित तौर पर ज़हर खाकर खुदकुशी कर ली। किसान का नाम धनपाल यादव था। धनपाल के परिवार का कहना है कि उन्होंने इसलिए आत्महत्या कर ली क्यों कि उन्हें अपनी 3.5 बीघा जमीन के लिए खाद नहीं मिल रही थी। वहीं जिला प्रशासन का कहना है कि धनपाल के पास कोई ज़मीन ही नहीं थी बल्कि वह ड्राइवर था।
नैसरिया तहसील के पिपरौल में रहने वाले धनपाल के परिवार का कहना है कि उन्होंने खाद खरीदने के लिए 4000 रुपये उधार लिए थे लेकिन खाद की कमी की वजह से उन्हें मिल नहीं पाई। इसके बाद गुरुवार को उन्होंने ज़हर खाकर जान दे दी।
मृतक के भाई राजबीर यादव ने बताया कि तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें ब्लॉक के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां डॉक्टर ने उन्हें जिला अस्पताल ले जाने को कहा लेकिन रास्ते में ही धनपाल की मौत हो गई। धनपाल के परिवार का कहना है कि उनपर पहले से भी 2.5 लाख का कर्ज था जिसको लेकर वह दुखी रहते थे।
अशोक नगर पुलिस की तरफ से जारी एक प्रेस नोट में कहा गया है कि भाई शिशुपाल ने पुलिस से बात की थी लेकिन उन्होंने जहर के बारे में कुछ नहीं बताया था। इसमें यह भी कहा गया है कि मृतक की पत्नी ने भी खेती के लिए खाद खरीदने का जिक्र नहीं किया। डीएम आर उमामाहेश्वरी ने कहा, उनके नाम पर खेती की कोई जमीन नहीं थी और वह ड्राइवर के तौर पर काम करते थे।
धनपाल की पत्नी ने कहा, बिन मौसम बारिश से ज्यादातर खेतों में पानी भर गया था। इस समय सरसों की बुआई चल रही है और खाद की कीमतें पहले से 20 फीसदी ज्यादा हो गई हैं। वहीं शिशुपाल ने कहा, खेती की जमीन हमारे पिता के नाम पर है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम किसान नहीं हैं। हम केवल 3 बीघा जमीन से अपना पेट नहीं पाल सकते इसलिए खेती के अलावा कुछ और काम भी करना पड़ता है। कर्ज देने वाले मेरे भाई को परेशान कर रहे थे और हमारी जमीन भी बुआई के लायक नहीं बची थी। इसी दबाव में भाई ने ऐसा कदम उठा लिया।