विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब में कई नए राजनीतिक समीकरण बनते दिखाई दे रहे हैं। भाजपा से गठबंधन की अटकलों के बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को हरियाणा के सीएम मनोहर लाल से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। मुलाकात के बाद कैप्टन ने कहा कि उनकी पार्टी पंजाब में भाजपा और एक अलग अकाली गुट के साथ मिलकर अगली सरकार बनाएगी। हालांकि, यह पूछे जाने पर कि क्या विधानसभा चुनाव से पहले ‘बड़े चेहरे’ उनकी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस में शामिल होंगे, उन्होंने कहा, समय का इंतजार करें। सब कुछ ठीक चल रहा है। लोग बहुत उत्साहित हैं और हमारा सदस्यता अभियान अच्छा चल रहा है। भगवान की मर्जी से हम भाजपा के साथ अपनी सीट समायोजन और सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी (शिअद संयुक्त) के साथ सरकार बनाएंगे।
कैप्टन ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ यह शिष्टाचार मुलाकात थी। मैंने हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ चाय पीने के लिए समय मांगा था। आज काफी अच्छी मुलाकात हुई है, इस दौरान किसी भी राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई है। कृषि कानून लोकसभा में वापस लिए जाने पर कैप्टन ने कहा कि तीनों कृषि कानून वापस लिए जा चुके हैं, इसके अलावा किसानों के जो 6-7 मुद्दे हैं, उन पर भी केंद्र सरकार सहमत है। अब कोई मुद्दा बचा नहीं है।
कैप्टन ने कहा कि वे कुछ लोगों के संपर्क में हैं। उन्हें लगता है कि आज या 4 दिसंबर को फैसला हो जाएगा, हालांकि उनकी किसान नेताओं से आंदोलन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है, लेकिन कुछ किसान नेता उनसे संपर्क में है जिससे यह जानकारी मिली है। पंजाब में बीजेपी के साथ गठबंधन पर कैप्टन ने कहा कि जब भी दिल्ली जाऊंगा मैं गठबंधन को लेकर बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत जरूर करूंगा। पंजाब में अपने धुर विरोधी नवजोत सिद्धू पर कैप्टन ने कहा कि सिद्धू सुबह कुछ बोलता है, शाम को कुछ और बोलता है, मैं उसके बारे में कुछ नहीं कहना चाहता। उन्होंने कहा कि हमारा सदस्यता अभियान बहुत अच्छा चल रहा है, समय का इंतजार करें। हम अपने सहयोगियों के साथ पंजाब में सरकार बनाएंगे।
इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के लिए चुनाव प्रचार करने का एलान किया था। उनका कहना था कि वह कांग्रेस को अच्छी तरह जानते हैं और उनके लिए कांग्रेस पर हमला करना आसान है।