पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से तैयार की गई जिला कांग्रेस समितियों के अध्यक्षों की सूची पार्टी हाईकमान के पास अटक गई है। माना जा रहा है कि हाईकमान सिद्धू की तैयार की गई सूची और कार्यकारिणी के मॉडल को लेकर सहमत नहीं है। इस बीच, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी सिद्धू का नाम लिए बिना ट्वीट के जरिए एक कटाक्ष किया कि ‘आपके बंदर, आपकी सर्कस’ मैं इस कहावत पर अमल करता हूं, मैंने न किसी को कोई सुझाव दिया है और न ही दूसरे के ‘शो’ में हस्तक्षेप किया है।
जाखड़ के इस ट्वीट को सिद्धू द्वारा तैयार जिला प्रधानों और कार्यकारिणी के मॉडल से जोड़कर देखा जा रहा है। जाखड़ इससे पहले भी कई बार सिद्धू पर कटाक्ष कर चुके हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार सिद्धू ने जिला प्रधानों की जो सूची तैयार की है, उसमें शामिल किए कई नामों पर हाईकमान को एतराज है। इसके अलावा सिद्धू ने सूची के लिए न तो मुख्यमंत्री की सुनी है और न किसी विधायक या पूर्व प्रधान की सिफारिश को स्वीकार किया है। हाईकमान तक यह शिकायत भी पहुंची है कि सिद्धू ने अपने चहेतों को ही सूची में शामिल किया है।
वहीं, कार्यकारिणी का जो मॉडल उन्होंने तैयार करके हाईकमान को भेजा, उसके अनुसार प्रत्येक जिले में एक जिला अध्यक्ष के साथ दो कार्यकारी अध्यक्ष लगाने की सिफारिश की गई है। सिद्धू ने इस मामले में कार्यकारी जिला अध्यक्षों के नाम की सूची भी तैयार करके भेज दी है। इस तरह पंजाब की 29 जिला कांग्रेस कमेटियों के प्रधान पद के लिए सिद्धू ने 87 नामों की सूची भेज दी है। लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि हाईकमान को सिद्धू का यह मॉडल पसंद नहीं आया है। यही कारण है कि सिद्धू की इस सूची को दो हफ्ते बीतने के बाद भी मंजूरी नहीं मिली है।