अखंड समाचार, जालंधर ( गोपाल महेंद्रू ) : श्री गुरु रविदास संघर्ष कमेटी पंजाब के प्रधान एवं भाजपा के वरिष्ठ युवा नेता रोबिन सांपला ने प्रवासियों के कई जगह पर खोखे में से सामान निकाल कर जलाने वालों और धार्मिक स्थानों पर तोड़फोड़ कर आगजनी करने वालों पर बुरी तरह से बरसते हुए कहा है कि जो लोग ऐसा कर रहे हैं वह न तो पंजाब के हितैषी हैं और न ही पंथ के हितैषी हो सकते है। क्योंकि कोई भी धर्म किसी भी इंसान और इंसानियत को रौंद नही सकता।
ये वो कुछ शरारती अंसर है जो धर्म की आड़ में आम और गरीब जनता को डराना चाहते है।
ये वो लोग है जो धर्म की नही अपनी हुकूमत चलाना चाहते है।
ये वो लोग है जो अपना ही कानून और अपना ही एक नया धर्म बनाना चाहते है।
ये वो लोग है जो इंसान और इंसानियत को खत्म कर देना चाहते है। और धर्म विरोधी नारे लगा कर अपना अलग ही धर्म चमकाना चाहते है।
उन्होंने कहा है कि गुरुओं की लाडली फौज कभी भी किसी का कारोबार बंद नहीं करती और ना ही धार्मिक स्थान पर तोड़फोड़ कर सकती है। रोबिन सांपला ने कहा कि यह सिर्फ और सिर्फ पंजाब का माहौल खराब करने की एक साजिश है जिसका नुकसान पंजाब और पंजाबियों का ही होगा। रोबिन सांपला ने कहा कि यह सिर्फ पंजाब का माहौल खराब करने की एक बहुत बड़ी साजिश है जिसे बेनकाब करने में पंजाब सरकार फेल साबित हो रही है। ऐसे में केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करके पंजाब का माहौल खराब करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
रोबिन सांपला ने कहा कि जो लोग गरीबों को इस तरह से उजाड़ रहे हैं और धार्मिक स्थानों पर तोड़फोड़ कर रहे हैं। क्या ये लोग बेअदबी के हिस्सेदार नही है। वह पंजाब के निवासी नहीं हो सकते। निश्चित तौर पर वे कहीं बाहर से आए हैं और उनका मकसद पंजाब में शांति और भाईचारे को खत्म करना है। रोबिन सापला ने कहा कि गुरुओं ने ऐसी शिक्षा कभी नहीं दी है कि धार्मिक स्थलों पर हुड़दंग करो और दिन रात मेहनत करके रोजी रोटी का जुगाड़ करने वालों के सामान को ही जला दो। उन्होंने कहा कि यह गरीब दुकानदार सुबह माल खरीदते हैं और शाम को सामान बेचकर अपनी रोजी-रोटी का जुगाड़ करते हैं। और अपने परिवार का पालन करते हैं। ऐसे मेहनतकश लोगों के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार असहनीय है।
पंजाब सरकार का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। कानून व्यवस्था का नाम ही जैसे खत्म हो चुका है। और लोगो में डर नाम की कोई चीज नहीं रह गई। क्या ये हमारा पंजाब है। आज से कुछ साल पहले दूसरे राज्य के लोग पंजाब में रहना पसंद करते थे। अपना व्यवसाय पंजाब में बनाते थे। लेकिन आज का जो पंजाब का माहौल है उससे आम जनता तो क्या कोई भी बिजनेस मैन अपना बिजनेस पंजाब में लगाना अच्छा नही समझता। इन कुछ शरारती अंसर की वजह से पंजाब बदनाम हो चुका है। दिन दहाड़े बीच सड़क ही लोगो को गोलियों से मार दिया जाता है। तो कही चोरी, डकैती, रेप किए जा रहे है। और कही तो धर्म की आड़ लेकर लोगो को भड़काया जा रहा है। अपने परिवारों को विदेश भेज कर यहां आम लोगो को और आने वाली युवा पीढ़ी को धर्म के नाम पर गुमराह किया जा रहा है और धर्म विरुद्ध गलत बयान बाजी से आपसी टकराव करवाए जा रहे है। सरकार अपना बैंक वोट बचाने के लिए पंजाबियों के अपराधियों और ऐसे हुड़दंगियों के खिलाफ अपनी बनती कारवाई नही करती। यदि सरकार इनको कंट्रोल नहीं कर सकती तो ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसी सरकार को भंग कर देना चाहिए। मैं केंद्र सरकार से अपील करूंगा कि पंजाब की और पंजाब के लोगो की रक्षा हेतु यहां राष्ट्रपति शासन लागू हो जाना चाहिए। ताकि लोगो की सुरक्षा को यकीनी बनाया जाए।